कानपुर। क्रिकेट इतिहास का सबसे चर्चित वर्ल्ड कप साल 2003 में खेला गया था। ये वो विश्व कप था जो सबसे ज्यादा सुर्खियों में रहा। इस विश्व कप में वो सबकुछ हुअा जिसकी कल्पना किसी ने नहीं की थी। एक टीम ने डकवर्थ लुईस नियम को गलत समझा और लक्ष्य से पीछे रह गई। वो टीम सिर्फ मैच नहीं हारी बल्कि टूर्नामेंट से भी बाहर हो गई।

तीन देशों ने मिलकर किया था आयोजन
2003 वर्ल्ड कप का आयोजन तीन देशों साउथ अफ्रीका, जिंबाब्वे और केन्या ने मिलकर किया था। इस विश्व कप में 14 देशों ने हिस्सा लिया। इसमें 10 तो चर्चित टीम थी जबकि चार टीमों में केन्या, कनाडा, नामीबिया और नीदरलैंड शामिल थीं। सभी टीमों को 7-7 के दो ग्रुपों में बांटा गया। ग्रुप चरण में एक मैच ऐसा खेला गया जिसने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया।


जब अफ्रीकी टीम ने गलत समझ लिया टारगेट
14 टीमों के बीच ग्रुप मैच होने के बाद छह टीमें सुपर सिक्स में पहुंचनी थी। ग्रुप बी से सुपर सिक्स में पहुंचने की रेस में साउथ अफ्रीका और श्रीलंका की टीमें थी। चूंकि श्रीलंका के खाते में जीत चार थी, तो अफ्रीका को सुपर सिक्स में पहुंचने के लिए एक जीत का इंतजार था। ग्रुप का 40वां मैच साउथ अफ्रीका बनाम श्रीलंका के बीच डरबन में खेला गया। ये मैच अफ्रीकी टीम के होम ग्राउंड में था, ऐसे में सभी को लगा कि अफ्रीका मैच जीत जाएगा। श्रीलंका ने पहले खेलते हुए 268 रन बनाए। अफ्रीका हर्शल गिब्स के 73 रनों की बदौलत लक्ष्य के करीब पहुंच रही थी कि बीच में बारिश ने खलल डाला। इसके बाद डकवर्थ लुइस नियम लगाया गया इसमें अफ्रीका को मैच टाई कराने के लिए 229 रन चाहिए थे। मगर अफ्रीकी खिलाड़ियों ने समझा, ये जीत का टारगेट है। टीम 229 रन तक पहुंच गई और आखिरी गेंद पर बाउचर ने कोई रन नहीं लिया। बाद में पता चला कि अफ्रीका को जीत के लिए एक रन और चाहिए था, मगर तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

वर्ल्ड कप से बाहर हो गई अफ्रीकी टीम

श्रीलंका के खिलाफ टाई मैच खेलकर साउथ अफ्रीका को वर्ल्ड कप से बाहर होना पड़ा। क्योंकि ग्रुप के टाॅप 3 में श्रीलंका, केन्या और न्यूजीलैंड थी जोकि सीधे सुपर सिक्स में पहुंच गई।

ऑस्ट्रेलिया बनाम इंडिया के बीच फाइनल मुकाबला
2003 वर्ल्ड कप फाइनल ऑस्ट्रेलिया बनाम इंडिया के बीच खेला गया। ऑस्ट्रेलिया ने पहले खेलते हुए 359 रन बनाए। जवाब में भारतीय टीम 234 रन पर सिमट गई। इसी के साथ कंगारुओं ने 125 रन से खिताबी मुकाबला अपने नाम किया। ऑस्ट्रेलिया की इस जीत के हीरो रिकी पोंटिंग रहे, जिन्होंने 140 रन की पारी खेली। इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया के खाते में तीसरा विश्व कप आ गया।


किसने बनाए सबसे ज्यादा रन
2003 वर्ल्ड कप भले ऑस्ट्रेलिया टीम के नाम रहा हो मगर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर थे। सचिन के बल्ले से पूरे टूर्नामेंट में 673 रन निकले।

कौन बना हाईएस्ट विकेट टेकर

टूर्नामेंट के हाईएस्ट विकेट टेकर की बात करें तो यहां पहला नाम श्रीलंकन खिलाड़ी का आता है। तेज गेंदबाज चमिंडा वास ने आठवें वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा 23 विकेट चटकाए।

 

 

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