डुंडीगल (एएनआई)। भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने शनिवार को कहा कि सीडीएस हेलिकॉप्टर दुर्घटना मामले में कोर्ट ऑफ इंक्वायरी एक बहुत ही निष्पक्ष प्रक्रिया होगी। यहां अकादमी में वायु सेना संयुक्त स्नातक परेड के बाद वायुसेना प्रमुख ने यह आश्वासन देते हुए कि जांच दल का काम दुर्घटना के हर एक कोण और पहलू की निष्पक्ष जांच करना है। सरकारी सूत्रों ने कहा कि रक्षा मंत्रालय द्वारा स्थापित ट्राई सर्विस हेलिकॉप्टर दुर्घटना के कारणों की जांच रही है। तमिलनाडु के कुन्नूर में हुई दुर्घटना में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और 13 अन्य मारे गए थे। सरकारी सूत्रों ने कहा अगले दो सप्ताह के भीतर अपनी कार्यवाही पूरी करने की उम्मीद है।
जवानों के निधन पर गहरा दुख और दुख व्यक्त किया
भारतीय वायुसेना प्रमुख ने सीडीएस बिपिन रावत, मधुलिका रावत और 12 सशस्त्र बलों के जवानों के निधन पर गहरा दुख और दुख व्यक्त किया। रक्षा मंत्रालय द्वारा एक त्रि-सेवा जांच का गठन किया गया है, जिसमें इसके प्रमुख एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह, भारतीय सेना के एक ब्रिगेडियर और भारतीय नौसेना के एक कमोडोर शामिल हैं। जांच दल के इस साल के अंत तक अपनी रिपोर्ट सौंपने की उम्मीद है और उन्होंने पहले ही गवाहों के बयान दर्ज कर लिए हैं।
सैन्य हेलिकाॅप्टर 8 दिसंबर को दुर्घटनाग्रस्त हो गया
सैन्य हेलिकाॅप्टर ने 8 दिसंबर को उड़ान भरी थी और इसके तुरंत बाद तमिलनाडु के कुन्नूर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 12 रक्षा कर्मियों की 109 हेलीकॉप्टर यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान द्वारा उड़ाए गए एमआई-17वी5 हेलिकॉप्टर की दुर्घटना में जान चली गई।
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