भारतीय वायुसेना का गगनशक्ति युद्धाभ्यास 8 अप्रैल से 22 अप्रैल तक चलेगा
नई दिल्ली (आईएएनएस)। भारतीय वायुसेना के इस युद्धाभ्यास को गगनशक्ति नाम दिया गया है। 8 अप्रैल से 22 अप्रैल तक चलने वाले इस गगनशक्ति युद्धाभ्यास से भारतीय वायुसेना अपने सभी हथियारों का परीक्षण करेगी। इसके जरिए वह आपरेशनों और युद्ध-क्षमता के लिए अपना आकलन करना चाहती है।
अभ्यास के शुरू होते ही वायुसेना कुछ घंटे के अंदर ही वॉर मोड में आ जाएगी
इस अभ्यास के लिए वायुसेना अपने हथियारों और लड़ाकू विमानों को सीमा पर टेस्ट करेगी। ऐसे में वायुसेना कुछ घंटे के अंदर ही पूरे वॉर मोड में आ जाएगी। इस अभ्यास को लेकर कहा जा रहा है कि यह भारतीय वायुसेना की टू फ्रंट वार की तैयारियों का एक महज एक ट्रेलर होगा।
तीनों सेनाएं होंगी इसमे शामिल और दुनिया को भारत की ताकत का पता चलेगा
गगनशक्ति युद्धाभ्यास से भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान और चीन की सीमाओं पर होने से दुनिया को भारत की ताकत का पता चलेगा। पाक से सटी पश्चिमी सीमा और चीन से उत्तरी क्षेत्रों की सीमा पर यह अभ्यास दिन और रात चलेगा। इस बड़े अभ्यास में सेना और नौसेना भी शामिल होगी।
वायुसेना खुद को हर तरह के हालात से रियल टाइम में निपटने को करेगी तैयार
इस युद्धाभ्यास में भारत की लड़ाकू और रक्षात्मक हर तरह की क्षमताओं का प्रदर्शन किया जाएगा। भारतीय वायुसेना रेगिस्तान, ऊंचाई, समुद्री हालात यानी कि हर तरह के हालात से खुद को रियल टाइम में परखेगी। वायुसेना अपने सभी जेट को अलग-अलग तरह के ग्राउंड पर उतारेगी।
पहली बार भारत का स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस इसमें शामिल होगा
गगनशक्ति युद्धाभ्यास की खास बात यह है कि इसमें पहली बार भारत का स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस भी इसमें हिस्सा लेगा। यह आक्रामक व रक्षात्मक दोनों ही रूप में अपनी शक्ति का प्रदर्शन करेगा। अर्ली वार्निंग और रडार सिस्टम, ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट इसका हिस्सा होंगे।
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