(1) Set Permissions :-
नेविगेशन के साथ गूगल मैप को इस्तेमाल करने से पहले आपको कुछ सेटिंग्स करनी पड़ती हैं। आपको इसके लिए परमीशन लेनी पड़ती है।
(1) इसके लिए यूजर्स को मोबाइल सेटिंग में जाकर 'लोकेशन एंड सिक्योरिटी' पर क्िलक करना होगा।
(2) क्लिक करते ही 'Google location services' और 'Standalone GPS services' का ऑप्शन सामने आएगा, जिसे इनेबल करना होगा।
(3) इनेबल करते ही आपके फोन को नेविगेशन सिस्टम चालू हो जाएगा, जो आपकी करंट लोकेशन ऑटोमेटिक बताने लगेगा।
कैसे किया जाता है इस्तेमाल :-
एक बार जब गूगल मैप की परमीशन मिल जाएगी, उसके बाद यूजर्स इसमें नेविगेशन के साथ किसी भी लोकेशन का पता लगा सकते हैं।
(1) सबसे पहले एप खोलकर उसमें नेविगेशन सेलेक्ट कर लें।
(2) इसके सेलेक्ट होते ही 'Speak destination' or 'Type destination' को चूस कर लें।
(3) इसके बाद नेविगेशन स्क्रीन दिखाई देगी, जो आपको रूट फॉलो करने में मदद करेगी।
कई फीचर्स हैं मौजूद :-
(1) Route and Alternatives :- इस फीचर में आपको कंप्लीट रूट मैप दिखाई देगा। जिसमें कि आप जरूरत और सहूलियत के हिसाब से अल्टरनेटिव रूट सेलेक्ट कर सकते हैं। जोकि आपको हाई-वे और टोल प्लाजा में न जाने की मदद करेगा।
(2) Directions List :- यह डायरेक्शन लिस्ट प्रोवाइड कराता है। यानी कि यूजर्स स्क्रीन पर रूट के बारे में पढ़ सकते हैं। जो दूरी और समय के बारे में बताता है। हालांकि यह ड्राइविंग के दौरान यूजफुल नहीं है।
(3) Layers :- यह फीचर आपको मैप व्यू दिखाता है। जोकि शुरुआती तौर पर जीपीएस की स्टाईल में होता है। इसमें आपको ट्रैफिक, पार्किंग, पेट्रोल पम्प, एटीएम, रेस्टोरेंट आदि सभी की जानकारी मिल जाती है।
(4) Turn off Voice :- यह फीचर नेविगेशन वॉयस को डिसेबल करता है। हालांकि आप अगर अकेले ड्राइविंग कर रहे हैं, तो आपके लिए नेविगेशन वॉयस जरूरी है।
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