खुद से रिक्वेस्ट भेजते:

फेसबुक पर बनाए जाने वाले फेक अकाउंट किसी खास रणनीति के तहत बनाए जाते हैं। फेक अकाउंट हमेशा अपोजिट सेक्स को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं।

सीनरी टेडी की पिक्चर्स:

जनरली लोग फेसबुक अकाउंट पर अपनी फोटो लगाते हैं। वहीं ज्यादातर फेक आईडी में कोई सीनरी, टेडी या फिर कोई हॉट पिक्चर्स लगी होती है।

प्रोफाइल अपडेट नहीं:

इन फेक फेसबुक की प्रोफाइल पिक्चर बहुत लंबे समय तक अपडेट नहीं होता है। जिससे इसके फेक होने की आशंका बढ़ जाती है।

फ्रेंड संख्या काफी कम:

फेक अकाउंट में ज्यादा फ्रेंड नहीं होते हैं। उनकी संख्या काफी कम होती है। जिससे आप रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करने से पहले फ्रेंड लिस्ट जरूर चेक कर लें।

अपोजिट सेक्स फ्रेंड ज्यादा:

फेक अकाउंट की फ्रेंड लिस्ट में हमेशा नाम के अपोजिट सेक्स के कैंडीडेट अधिक होते है। वह हमेशा नए दोस्त बनाकर बाते करते हैं।

एक्टिविटी नाम मात्र होती:

ऐसे अकाउंट में एक्टिविटी काफी कम होती है। जिससे अगर आपके पास रिक्वेस्ट आती है तो पहले उसका एक बार टाइमलाइन देख लें।

एबाउट कॉलम लगभग खाली:

इन फेक अकाउंट में एबाउट कॉलम में नाम मात्र की जानकारी भरी होती है। लगभग सारे कॉलम खाली होते हैं।

सीनियर पर्सन नहीं होते:

ऐसे फर्जी अकाउंट में सीनियर पर्सन की अपेक्षा, कम उम्र के लड़के लड़किया ज्यादा जुड़े होते हैं। वह भी काफी मार्डन दिखते हैं।

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