(1) Enable Airplane mode :-
स्मार्टफोन को जब भी चार्जिंग में लगाएं, तो डिवाइस को एयरोप्लेन मोड में इनेबल करना न भूलें। ऐसा करने से बैकग्राउंड में चलने वाले सभी एप्स को ऑफ कर देगा और यह गैर-जरूरी पॉवर कंजम्शन को कट कर देगा। एयरोप्लेन मोड को टर्न ऑन करते ही आपका स्मार्टफोन तेजी से र्चाज होने लगेगा। वैसे यह ट्रिक तो काफी पुरानी है लेकिन मददगार जरूर है।
(2) Use your stock charger :-
जितने भी स्मार्टफोन या टैबलेट आते हैं, उनके साथ यूजर्स को एक चार्जर भी प्रोवाइड कराया जाता है। यानी कि वो चार्जर आपके डिवाइस के लिए सबसे उपयुक्त है। लेकिन देखा जाता है कई यूजर्स स्टॉक चार्जर की जगह यूएसबी चार्जर का इस्तेमाल करते हैं, जोकि गलत तरीका है। स्मार्टफोन को कभी भी यूएसबी चार्जर से चार्ज न करें। ऐसा करने से फोन के चार्जिंग पॉवर में फर्क पड़ता है।
(3) Use official software :-
स्मार्टफोन यूजर्स के लिए कई कंपनियां बैटरी बूस्टर को लेकर तरह-तरह के सॉफ्टवेयर तैयार करती हैं। हालांकि यह बूस्टर कभी-कभी तो काम आते हैं लेकिन कई मौकों पर गलत साबित हो जाते हैं। वैसे यूजर्स को सलाह दी जाती है कि, हमेशा ऑफिशियल बैटरी बूस्टर को ही इंस्टॉल करें, अगर आपने कोई लोकल या इस तरह का कोई भी सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया है तो यह फोन की बैटरी की कार्यक्षमता पर बुरा असर डाल सकता है।
(4) cooler battery :-
आप अगर फोन को चार्ज करते समय उसके कवर या केस को नहीं निकालते हैं, तो अब से ऐसा करिएगा। इससे काफी फायदा मिलेगा। स्मार्टफोन की बैट्री में लिथियम-इयोन का इस्तेमाल किया जाता है, जो कि एक साधारण से उद्देश्य को स्वीकार करता है। वह है 'a cooler battery is a better battery'। मतलब ठंडी बैट्री ही सुरक्षित बैट्री होती है। ऐसे में फोन के केस और कवर को हटाने से आपको बैट्री को कमरे के तापमान के बराबर रखने में मदद मिलेगी। वहीं अगर आपके कमरे का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस है, तो आपको ऐसी किसी चीज की जरूरत नहीं पड़ेगी।
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