लाल रंग: सूखे लाल चंदन को आप गुलाल की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। जासवंती के फूलों को सुखाकर उसका पावडर बना लें इसकी मात्रा बढ़ाने के लिए आटा भी मिला सकते हैं। सिन्दूरिया के लाल बीज को भी कर आप सूखा और गीला लाल रंग बना सकते हैं। गीले लाल रंग के लिए दो चम्मच चंदन को करीब पांच लीटर पानी में अच्छी तरह उबाल कर उसमें दो से तीन बाल्टी पानी और मिला कर गाढ़ा लाल रंग बन जाता है। इसी तरह अनार के छिलकों को उबाल कर भी लाल रंग बन जाता है। बुरांस, पलिता, मदार और पांग्री के लाल फूलों को रात भर पानी में भीगो कर छान ले तो लाल रंग तैयार हो सकता है।
हरा रंग: गुलमोहर की पत्तियों को सुखाकर महीन पीस लें, इससे सूखा हरा रंग तैयार हो जायेगा। पालक, धनिया और पुदीने की पत्तियों का पेस्ट पानी में घोलकर छान लें आपका गीला हरा रंग तैयार है।
पीला रंग: दो चम्मच हल्दी में चाहे तो बेसन मिला लें सुखा पीला रंग तैयार है जो बाद में उबटन की तरह भी काम करेगा और चाहे तो इस रंग को हल्का करने के लिए टेलकम पाउडर मिला लें। ये आपकी त्वचा को नुकसान की जगह फायदा पहुचायेगा। अमलतास, गेंदा व पीले सेवंती के फूलों की पंखुड़ियों को छांव में सुखाकर महीन पीस कर छान लें, चाहे तो बेसन मिला लें वर्ना ऐसे भी आपका पीला सूखा रंग तैयार हो जायेगा। करीब 50 गेंदे के फूलों को दो लीटर पानी में मिलाकर उबालें और रात भर भीगने दें। सुबह तक बहुत ही खूबसूरत पीला रंग तैयार हो जाएगा।
गुलाबी रंग: चुकंदर को घिस कर एक लीटर पानी में भिगोने से बहुत ही अच्छा गुलाबी रंग तैयार हो जाएगा। अगर आप गहरा गुलाबी रंग बनाना चाहते हैं तो इसे रातभर भिगो दें और फिर इस्तेमाल कर आपका गाढ़ा गुलाबी रंग तैयार है।
नीला रंग: जकरंदा और जासवंती के फूलों की पंखुड़ियों को छांव में सुखाकर बारीक पीस लें। इनसे आप सूखा चमकीला नीला रंग बना सकते हैं। जकरंदा और जासवंती को ही बारीक पीस लें और अनुमान से पानी लेकर उसमें मिला कर रात भीगो दें, सुबह हल्का उबाल लें। इससे बहुत सुंदर नीला रंग तैयार होता है।
नारंगी रंग: हरसिंगार के फूलों को पानी में भिगोकर नारंगी रंग बनाया जा सकता है। इसके अलावा एक चुटकी चंदन पावडर को एक लीटर पानी में भिगो देने से भी बढ़िया नारंगी रंग बन सकता है।