1. Switch Channels :
आपको बताते चलें कि राउटर्स कई चैनल के जरिए ब्राडकॉस्ट होता है। जिसमें कि 1 से लेकर 11 चैनल शामिल होते हैं। अगर कभी भी आपको राउटर्स सिग्नल में प्राब्लम्स दिखे तो आप चैनल बदलकर भी देख सकते हैं। इसके लिए आपके पास सॉफ्टवेयर होना चाहिए, जो यह एनालाइज कर सके कि कौन सा चैनल खाली है और वह आपके सिस्टम के लिए बेहतर है।
2. Look for Interference :
वायरलेस राउटर को ऐसी जगह रखें जहां सिग्नल को लेकर किसी तरह की अड़चन न हो। इसमें कॉर्डलेस फोन, माइक्रोवेव ओवन, बेबी मॉनीटर्स, सिक्योरिटी अलॉर्म, टीवी रिमोट कंट्रोल और ऑटोमेटिक गैरेज डोर ओपनर्स जैसी जगहें से बचकर रहें। राउटर सिग्नल स्ट्रेंथ में अगर कोई दिग्गत आती है तो सबसे पहले सिग्नल बॉर को चेकर करें। अगर उसके सिग्नल कम लगे, तो आप कुछ डिवाइसेस को बंद करके भी देख सकते हैं। जब तक सिग्नल स्ट्रांग न हो जाए।
3. Network broadcast mode :
इसके लिए आप नया 802.11n स्टैंडर्ड राउटर यूज कर सकते हैं। 802.11n कई ऑफर्स के साथ उपलब्ध है। और इसमें 802.11 a/b/g के मुकाबले काफी बेहतरी रेंज और स्ट्रांग सिग्नल मिलेंगे।
4. Relocate :
कभी-कभार कुछ दिक्कतें ऐसी होती हैं जिन्हें हम चुटकी में ही सॉल्व कर सकते हैं। यानी कि राउटर का सिग्नल वीक होते ही आप उसको रिलोकेट कर सकते हैं।
- Raise as far as possible to increase the effective broadcast range.
- Place near the center of your house or apartment for wider coverage.
- Move closer to the receivers, if possible.
- Move away from any metal including metal shelving, filing cabinets and similar common objects.
- Move away from cordless phones and microwaves, which operate on the same 2.4-Ghz frequency.
5. Be aware of external interference :
अक्सर देखा जाता है कि अपार्टमेंट आदि मल्टीस्टोरी बिल्डिंग्स में कई राउटर्स एक साथ लगे होते हैं। ऐसे में आप चाहें तो एक अलग जगह अपने राउटर्स को रख सकते हैं। ताकि आपके पड़ोसी के साथ सिग्नल क्लैश न हो। इसके अलावा यह भी सुनिश्चित कर लें। कि आपका पड़ोसी डिफरेंट चैनल पर सर्फिंग कर रहा हो।
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