रात में लें पर्याप्त नींद
अगर आप देर रात तक जागने वाले शख्स हैं तो आपको सबसे पहले अपने शेड्यूल में थोड़ा बदलाव करना होगा. आपको अपने लिए रोजाना 9 घंटे की नींद का बंदोबस्त करना पड़ेगा. स्लीप स्पेशलिस्ट्स के अनुसार वयस्कों को रोजाना मिनिमम आठ घंटे और टीनएजर्स को 9 घंटे नींद की जरूरत होती है. इसलिए अगर आप पांच या छह घंटें की नींद को काफी मान रहे हैं तो अपने नींद के घंटों को बढ़ा लीजिए.
बचा कर रखें अपना बिस्तर
स्लीप डिस्ऑर्ड्स का इलाज करने वाले डॉक्टर्स के अनुसार एक अच्छी नींद के लिए बिस्तर को हर तरह के विघ्नों से बचा कर रखना चाहिए. ऐसे में आपको अपने बेड पर पढ़ने, टीवी देखने, स्मार्टफोन यूज करने, गेम खेलने, लैपटॉप यूज करने और गाने सुनने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. सोने से पहले इन चीजों को इस्तेमाल करने से आपकी नींद आपसे कोसों दूर भाग सकती हैं. इसलिए सोने के लिए जाने से थोड़ी देर पहले ही इन चीजों का इस्तेमाल बंद कर दें.
फिक्स हो वेक-अप टाइम
स्लीपिंग डिस्ऑर्डर पर रिसर्च करने वाले डॉक्टर्स का कहना है कि दिन में नींद के शिकार होने वाले लोगों को रोज सुबह एक निश्चित समय पर उठने की आदत डालनी चाहिए. हालांकि अगर आप इनसोमनिया के शिकार हैं तो अचानक से इस नियम को फॉलो करने से आपके अंदर फ्रस्ट्रेशन बढ़ सकता है.
ना लें नशे का सहारा
अक्सर लोगों को सोने के लिए एल्कोहल का सेवन करते देखा जा सकता है. लेकिन डॉक्टर्स का कहना है कि एल्कोहल लोगों को सोने में हेल्प तो करती है लेकिन इससे आप गहरी नींद लेने से वंचित रह जाते हैं. एल्कोहल पीकर सोने के बाद जब आप उठते हैं तब भी आप ताजगी महसूस नहीं करते हैं. ऐसे में रात की अधुरी नींद आपको ऑफिस में आकर घेर लेती है.