(1) Set Time Limit :- अपने बच्चे के फोन पर टाइम लिमिट सेट कर दें। यानी कि रात को सोते समय फोन को लॉक रहने दें। वहीं पढ़ाई और स्कूल टाइम बच्चे को फोन से दूर रखें।
(2) Block Apps :- नॉन-एजुकेशनल एप्स को ब्लॉक कर दें। जैसे कि व्हॉट्सएप, स्नैपचैट, इंस्टाग्राम और प्ले स्टोर। इन सभी एप्स को सिर्फ जरूरत के समय ही यूज करने दें। हालांकि अगर बच्चा ज्यादा जिद करता है, तो एप्स एक्सेस करने की एक लिमिट तय कर दें।
(3) Block Websites Porn & Adult :- बच्चों को हमेशा र्पोन और एडल्ट साइट से दूर रखें। यह बच्चों के लिए अनावश्यक है। पैरेंट्स वेब फिल्टर फंक्शन की मदद से ऐसी वेबसाइट्स को ब्लॉक कर सकते हैं। अक्सर देखा जाता है कि, बच्चे घरवालों से छुपकर एडल्ट साइट ओपन कर लेते हैं, जिससे उनके बिगड़ने के चांस बढ़ जाते हैं।
(4) View complete web browsing history :- वेब फिल्टर और सेफ ब्राउजर की मदद से ब्राउजिंग हिस्ट्री चेक की जा सेती है। इसके जरिए यह पता लगाया जा सकता है, आपका बच्चा कौन-कौन वेबसाइट एक्सेस कर रहा है।
(5) Prevent Sexting and Cyberbullying :- मैसेंजिग एप पर होने वाली चैट को समय-समय पर चेक करते रहें। अगर Sexting और Cyberbullying जैसी कोई चैट दिखाई पड़ती है, तो उसे तुरंत ब्लॉक कर दें। यहां यह ध्यान रखना होगा कि, बच्चे ऐसी आदतों पर जल्दी आकर्षित होते हैं। उन्हें प्यार से इस बारे में समझाना बेहतर होता है।
(6) Find out who :- आपका बच्चा किससे और कितनी देर तक बात करता है, इसकी जानकारी जरूर रखें। कभी-कभी बच्चे पैरेंट्स की डर की वजह से कुछ बातें शेयर नहीं कर पाते और फिर गलत दोस्तों के चक्कर में पड़कर फंस जाते हैं। कॉल ब्लॉक फंक्शन से लेकर कॉल लिमिट की जानकारी आपको रखनी चाहिए।
आपको बताते चलें कि, Android Parental Control एप की मदद से बच्चों के फोन पर निगरानी रखी जा सकती है। इस एप का यूजर इंटरफेस काफी आसान है।
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