पुलिस को उन पर नकली सिक्के चलाने चलाने का संदेह हुआ था, हालांकि ये संदेह गलत साबित हुआ.
ये मामला पेरिस के पूर्वी इलाके के एक होटल का है जहां ये चीनी पर्यटक ठहरे हुए थे. जब वो लगातार दूसरी रात का किराया 70 यूरो भी एक-एक यूरो के सिक्कों में चुकाने लगे तो होटल के मालिक को शक हुआ और उसने पुलिस को बुला लिया.
ये शक और गहरा गया जब पुलिस को इन दोनों पर्यटकों के कमरे से एक एक यूरो के सिक्कों के रूप में 3,700 यूरो मिले.
लेकिन बाद ये सभी सिक्के असली पाए गए.
कबाड़ गोदाम से मिले सिक्के
इन पयर्टकों का कहना है कि उन्हें ये सिक्के चीन में ऐसे कबाड़ गोदामों से मिले जहां यूरोपीय देशों से कारें आती हैं. इन कारों में अकसर एक यूरो के सिक्के मिलते है जो लोग कार में ही भूल जाते हैं.
फ्रांस के अखबार 'ले पैरिसियन' ने एक सूत्र के हवाले से कहा, “पुलिस को शक हुआ कि ये लोग फर्ज़ी सिक्के चलाने की फ़िराक़ में हैं.”
लेकिन बाद में बैंक के विशेषज्ञ आए और उन्होंने जांच के बाद सिक्कों को असली पाया.
बाद में पता चला कि इन पर्यटकों के कई दोस्त कबाड़ गोदामों में काम करते हैं और उनसे उन्होंने ये सिक्के खरीदे थे.
हर साल हज़ारों पुरानी कारें चीन के ऐसे कबाड़ गोदामों को बेची जाती हैं. नष्ट करने से पहले उन्हें अच्छी तरह खंगाला जाता है और उनमें सबसे ज्यादा मिलने वाली चीजों में एक यूरो के सिक्के होते हैं.
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