- जोक्स में जीएसटी की फुलफार्म बता रहे यूजर्स

-महिलाओं पर साधा निशाना, गीता कथा सार से भी जोड़ा

पारुल सिंघल

मेरठ। नोटबंदी के बाद जीएसटी यानि गुड्स एंड सर्विस टैक्स हर वर्ग के बीच हॉट टॉपिक बना हुआ है। आलम यह है कि गली-नुक्कड़ की चाय की थड़ी तक पर जीएसटी की चक्कलस चल रही है। तमाम कयासबाजियों के बीच सोशल मीडिया पर जीएसटी को लेकर अलग ही माहौल बना हुआ है। यहां यूजर्स धडल्ले से जोक्स और मैसेज शेयर कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर जीएसटी की फुलफार्म बनाने से लेकर टैक्स रेट और इसके एक से बढ़कर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रहे हैं। यूजर्स ने इसे गीता सार तक से जोड़ दिया है।

यह बन रही हैं फुल फार्म

- जीएसटी मतलब घर संसार त्यागो

- गांव में सेटल होने का टाइम आया

- ग‌र्ल्स सेल्फी टैक्स

- गुडनाइट, स्वीटड्रीम और टेककेयर।

- जटिल सर्जिकल स्ट्राइक। निशाना व्यापारी, नेता।

महिलाओं पर निशाना

- जीएसटी लगने के बाद महिलाएं सकते में, कॉस्मेटिक्स हुई महंगी।

- जीएसटी का असर सबसे ज्यादा बीवियों पर हुआ, पहले 12 प्रतिशत भाव खाती थी अब 18 प्रतिशत खाने लगी हैं।

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गीता का सार भी

हे पार्थ, परिवर्तन संसार का नियम हैं,

जो कल तक सेल्स टैक्स था,

आज वैट हैं, कल जीएसटी होगा,

तुम्हारा क्या गया जो तुम रोते हो,

जो लिया कस्टमर से लिया,

जो कमाया वो सरकार को दिया,

और जो बचा वो पत्‍‌नी को दे दिया,

तुम्हारे पास पहले भी कुछ नही था,

आगे भी कुछ नही रहेगा,

व्यर्थ में जीएसटी से डरते हो।

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सरकार की खिंचाई भी

जीएसटी लागू होने के साथ ही होटल, रेस्त्रां आदि के बिल यूजर्स ने सोशल मीडिया पर शेयर किए जिसके तुरंत बाद ही यह ही हॉट ट्रेंड में आ गए। यहां यूजर्स ने लिखा कि बहुत से लोग कहते हैं कि नोटबंदी बिना नोट छपवाए लागू की। जीएसटी बिना सॉफ्टवेयर तैयार किए हुई लागू किया गया। अब ये बुलेट ट्रेन भी बिना पटरी बिछाई दौड़ दी जाएगी।