निर्देशक डारेन अरोनोफ्स्की की इस फिल्म के स्टार रसेल क्रो जहाज बनाने वाले बाइबल के एक चरित्र हैं. अल लीम ने एसोसिएटेड प्रेस से कहा, ''महत्वपूर्ण ये है कि धर्मों का सम्मान किया जाए और फिल्म को नहीं दिखाएं.''
मिस्र में इस्लाम के सबसे सम्मानीय धार्मिक संस्थान अल-अज़हर का बयान कुछ अलग है. उसका कहना है, '' उन्हें फिल्म पर आपत्ति है क्योंकि ये इस्लामी कानूनों का उल्लंघन करती है और आस्थावान लोगों की भावनाओं को भड़का सकती है.'' पैरामाउंट पिक्चर्स की इस फिल्म को 125 मिलियन डॉलर से कहीं अधिक कीमत से बनाया गया है. समूचे अमरीका में टेस्ट स्क्रीनिंग के बाद इसपर नकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं.
ईसाइ भी भड़के
फिल्म नोह की कहानी रुढिवादी ईसाइयों में भी विवाद भड़का रही है. फिल्म नोह में बाइबल और कुरान की व्याख्याओं में अंतर दिखता है. नोह को अरबी में नुह के तौर पर उद्धृत किया जाता है. दोनों में ही ये बाढ़ में जहाज के ज़रिए हर जन्तु की प्रजातियों की रक्षा करता है.
पाकिस्तान के केंद्रीय फिल्म सेंसर बोर्ड के मोहम्मद ज़रीफ़ कहते हैं, '' हमने अभी इसे नहीं देखा है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि ये पाकिस्तान के सिनेमाघरों में दिखाई जा सकेगी.''
ट्यूनीशिया के संस्कृति मंत्रालय के प्रवक्ता फ़ैज़ल रोख ने कहा, '' उन्हें स्थानीय वितरकों की ओर से फिल्म दिखाने का कोई अनुरोध नहीं मिला है लेकिन वो अक्सर ऐसी फिल्में नहीं दिखाते, जिसमें पैगंबर का चित्रण किया गया हो.''
अक्टूबर 2011 में ट्यूनीशिया में जब एक प्राइवेट टेलीविजन स्टेशन से प्रसारित एक एनीमेशन फिल्म ''पर्सपोलिस'' में अल्लाह का चित्रण किया गया तो देशभर में दंगों और प्रदर्शनों की बाढ़ आ गई थी. बाद में टीवी स्टेशन के प्रमुख पर पवित्रता पर हमले का दोषी पाये जाने पर 1200 यूरो का जुर्माना हुआ.
सऊदी अरब और गाज़ा स्ट्रीप में कोई सिनेमाघर नहीं है लेकिन वेस्ट बैंक के थिएटर ''क्लाक सिनेमा'' के मैनेजर कुदस मनारसा ने कहा है कि उसने फिल्म नोह का आर्डर दिया है. उनका कहना है, ''फिल्म का प्रोडक्शन शानदार है और कहानी बहुत अच्छी.''
International News inextlive from World News Desk