तो चलिए इस @ से जुड़े दिलचस्प क़िस्से आपको सुनाते हैं।
दुनिया भर में अलग-अलग ज़ुबानें बोलने वाले इस 'ऐट द रेट ऑफ़' को अलग नामों से बुलाते हैं। मसलन, आर्मीनियाई ज़बान में इसे दुबका हुआ कुत्ते का बच्चा कहते हैं। वहीं चीन में घुमावदार ए कहते हैं। ताईवान में बोली जाने वाली चीनी भाषा में इसे छोटा चूहा कहते हैं। वहीं, डेनिश ज़ुबान में हाथी की सूंड।
यूरोप के ही एक और देश में @ को कीड़ा कहते हैं। वहीं, मध्य एशियाई देश कज़ाख़िस्तान में चांद का कान। जर्मनी में @ को स्पाइडर मंकी, यानी मकड़ी की तरह चिपकने वाला बंदर। यूनानी @ को छोटी बत्तख़ के नाम से बुलाते हैं।
ऐसा नहीं कि हर देश में @ यानी ऐट द रेट ऑफ़ प्रतीक को जानवरों वाला नाम ही दिया गया हो। बोस्निया में इसे झक्की A कहते हैं। वहीं स्लोवाकिया में अचारी फ़िश रोल, तो तुर्की में ख़ूबसूरत वाला A कहकर बुलाते हैं।
संकेतों के मोर्स कोड में पहले विश्व युद्ध के बाद कोई नया संकेत जुड़ा है तो वो @ के ही लिए है।
इस 'ऐट द रेट ऑफ़' यानी @ के इस्तेमाल की शुरुआत की कहानी और इसका इतिहास भी दिलचस्प है।
कीथ ह्यूस्टन के मशहूर ब्लॉग 'शेडी कैरेक्टर्स' में इसके बारे में दिलचस्प कहानी लिखी है। ई-मेल के पते के लिए सबसे पहले @ प्रतीक का इस्तेमाल 1971 में हुआ था। 29 बरस के कंप्यूटर इंजीनियर रे टॉमलिंसन ने सबसे पहले ई-मेल के पते के लिए इस प्रतीक का इस्तेमाल किया। रे ने इसे अपने नए ई-मेल सिस्टम में इस्तेमाल करने के लिए चुना था। आज यही प्रतीक @ पूरी दुनिया में ई-मेल के पते के लिए इस्तेमाल हो रहा है।
उस वक़्त तक ई-मेल का बहुत इस्तेमाल नहीं हो रहा था। इंटरनेट था नहीं। रे टॉमलिंसन ने इस प्रतीक को चाहे जो सोचकर चुना हो, मगर ये बैठता ख़ूब सटीक है कि आप फलां ई-मेल या डोमेन को मेल भेज रहे हैं।
ई-मेल का पता बताने के लिए इस्तेमाल होने से पहले भी @ सिंबल का अंग्रेज़ी में प्रयोग हो रहा था। मगर, ज़्यादातर ये भाव बताने के लिए होता था। जैसे, दस सेंट प्रति रोटी के भाव से बीस रोटियां का भाव बताना। यानी बीस रोटिंया @ दस सेंट।
वैसे, 'ऐट द रेट ऑफ़' यानी, @ के सबसे पहले इस्तेमाल का ज़िक्र 1536 का मिलता है। जब इटली के फ्लोरेंस शहर के एक कारोबारी ने, अपनी चिट्ठी में वाइन का रेट बताने के लिए @ प्रतीक को इस्तेमाल किया।
अंग्रेज़ी के इस प्रतीक शब्द का मूल स्पेनिश और पुर्तगाली भाषा में है। दोनों ही ज़बानों में वज़न तोलने के लिए इस @ का इस्तेमाल होता है। जिस डिब्बे या बर्तन में ये वज़न किया जाता है, वो भी इसके इस्तेमाल से ही जुड़ा है। ऐसे डिब्बों में अक्सर वाइन का कारोबार होता था। ग्रीस और रोमन साम्राज्य, दोनों जगह पुराने ज़माने में ऐसे डिब्बे चलन में थे। इन्हीं से ये @ प्रतीक, अंग्रेज़ों के देश पहुंचा।
अब, प्यारे कुत्ते से लेकर छोटी बत्तख़ और अचारी फ़िश रोल से लेकर घोंघे तक, पूरी दुनिया, ई-मेल का पता बताने वाले @ को अलग-अलग नाम से जानती-मानती है।
आज आप बड़े आराम से एक बटन दबाते हैं, इस @ चिन्ह को मेल के पते में इस्तेमाल करते हैं। फिर आपका ये ई-ख़त सही आदमी तक पहुंच जाता है। सोचिए ज़रा, भूमध्यसागर में वाइन के डिब्बों से होता हुआ ये 'ऐट द रेट ऑफ़' यानी @ आज पूरी दुनिया पर राज कर रहा है।
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