40 मिनट तक चला मुकाबला
टूर्नामेंट के राउंड्स पर नजर डालें तो सातवीं वरीयता प्राप्त भारतीय-स्विस जोड़ी पेस और हिंगिस ने ऑस्ट्रिया-हंगरी की पांचवीं वरीयता प्राप्त जोड़ी को 6-1 6-1 से धूल चटाई। टूर्नामेंट का यह अंतिम मुकाबला सिर्फ 40 मिनट तक चला। बताते चलें कि यह खिताब लिएंडर पेस का आठवां और मार्टिना हिंगिस का दूसरा मिश्रित युगल खिताब है।

ऐसा रहा प्रदर्शन
यह जोड़ी इसी साल ऑस्ट्रेलियाई ओपन का खिताब भी अपने नाम करा चुकी है। इसके साथ ही 42 वर्षीय पेस पुरुष युगल के अब तक कुल आठ ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुके हैं। इस बार विंबलडन में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर गौर करें तो टूर्नामेंट भारत के लिए काफी अच्छा साबित हुआ है। ऐसा इसलिए क्योंकि देश के खाते में इस बार कुल तीन खिताब आए हैं।
    
जोकोविक ने तीसरी बार जीता खिताब
वहीं दूसरी ओर नोवाक जोकोविक ने तीसरी बार विंबलडन खिताब जीत लिया है। इस टूर्नामेंट को जीतने के लिए नोवाक ने 18वें ग्रैंडस्लैम में खिताब के लिए आगे बढ़े रोजर फेडरर को हराया। बताते चलें कि सर्बियाई खिलाड़ी का ये नौवां ग्रैंडस्लैम है। रविवार को हुए इस टूर्नामेंट के बारे में बता दें कि नोवाक ने फेडरर को 7-6(7-1), 6-7 (10-12), 6-4, 6-3 से हराया। वहीं बीच टूर्नामेंट में खेल पलटता भी दिखाई दिया। वह भी तक जब फेडरर ने जोकोविक को पहले दो सेट में टक्कर दी। यह पूरा मुकाबला कुल 2 घंटे 56 मिनट तक चला।

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