हादसा स्कूल से घर लौटते समय हुआ
शिमला/नूरपुर (प्रेट्र)। स्कूली बच्चों से भरी बस खाई में गिरने की सूचना मिलते ही बस सवार बच्चों के माता-पिता घटनास्थल पर पहुंच गए। शवों को मलबे से निकालने में प्रशासन के साथ स्थानीय नागरिक भी जुटे रहे। कल हुए इस हादसे को लेकर हिमाचल प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर का कहना है कि यह हादसा बहुत ही ज्यादा दर्दनाक है। इसमें 27 मासूमों सहित सहित 30 लोगों ने अपनी जिंदगी गवाई है। ये सभी बच्चे वजीर राम सिंह पठानिया मेमोरियल पब्लिक स्कूल के के थे। हादसा स्कूल से घर लौटते समय हुआ है।
मारे गए अधिकांश स्टूडेंट 10 साल से कम के
वहीं कांगड़ा के पुलिस अधीक्षक संतोष पटियाल ने बताया है कि स्कूल बस के 67 वर्षीय चालक मदन लाल और दो शिक्षिकाओं की भी बच्चों के साथ मौत हो गई है। हादसे को लेकर स्थानीय भाजपा विधायक राकेश पठानिया का कहना है कि इस स्कूल बस में करीब 40-45 लोग सवार थे। मरने वाले स्टूडेंट में अधिकांश 10 साल की कम उम्र के थे। अब तक 27 शव बरामद कर लिए गए हैं। वहीं हादसे में घायल करीब 13 लोगों का उपचार पठानकोट के एक अस्पताल में किया जा रहा है।
परिजनों को पांच लाख रुपये की तत्काल मदद
इस हादसे को लेकर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने गहरा दुख व्यक्त किया है। इसके अलावा उन्होंने मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपये की तत्काल मदद देने का ऐलान किया है। वहीं इस संबंध में एक अधिकारी का कहना है कि मजिस्ट्रेट स्तरीय जांच का आदेश दिए गए हैं। ऐसे में अभी शुरुआती जांच में सामने आया है कि चालक का बस पर नियंत्रण नहीं रहा। इसलिए वह सड़क से फिसलकर गहरी खाई में गिर गई है। राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने भी इस घटना को लेकर गहरा दुख जताया है।
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