तस्वीरों से काफी कुछ स्पष्ट
नासा के 'न्यू होराइजन्स' स्पेसक्राफ्ट द्वारा ली गईं प्लूटो की तस्वीरों से काफी कुछ स्पष्ट हो सकता है। यह तस्वीरें इस बात का प्रमाण हैं कि, प्लूटो पर भौगोलिक सक्रियतस अभी बनी हुई है। वैज्ञानिकों का मानना है कि, प्लूटो की सतह पर दिख रहे यह बर्फ के पहाड़ तकरीबन 1000 लाख साल पुराने हैं और यह अभी भी लगातार बढ़ रहे हैं। आपको बताते चलें कि यह स्पेसक्राफ्ट मंगलवार को प्लूटो की सतह से 12,500 किमी ऊपर से गुजरा था।
प्लूटो और पृथ्वी की जिंदगी में यह है अंतर :-
(1) Gravity -
सबसे पहले हम ग्रेविटी की बात करते हैं यानी कि, अगर पृथ्वी पर ग्रेविटी 1 होगी, तो प्लूटो पर 0.07। ऐसे में वहां ग्रेविटी काफी कम है। यह पृथ्वी की ग्रेविटी का सिर्फ 7 परसेंट ही है। अगर हमें वहां जिंदगी बसानी है तो सबसे बड़ा चैलेंज ग्रेविटी होगी।
(2) Temperature -
पृथ्वी और प्लूटो के एवरेज टेंपरेचर में भी काफी अंतर देखने को मिलता है। पृथ्वी पर यह 16.85 डिग्री सेल्िसयस है, तो वहीं प्लूटो पर माइनस में पहुंच जाता है। इस छोटे से ग्रह में एवरेज टेंपरेचर -230.15 डिग्री सेल्िसयस होता है। अब यह डिफरेंस काफी मुश्िकलें पैदा कर सकता है।
(3) Size -
प्लूटो का सौरमंडल का बौना ग्रह माना जाता है। यानी कि यह साइज में काफी छोटा है जबकि हमारा पृथ्वी ग्रह एक विशालकाय ग्रह है। पृथ्वी इस छोटे ग्रह प्लेटो का करीब 100 गुना बड़ा है।
(4) Day Length -
हमारे यहां 1 दिन 24 घंटे के बराबर होता है लेकिन प्लूटो में यह बिल्कुल बदल जाता है। पृथ्वी का 1 दिन प्लूटो के 6.39 दिनों के बराबर होता है। वहीं 24 घंटे प्लूटो के 153.36 घंटो के बराबर माना जाता है। यानी कि यहां हम जो दिन-रात एक दिन में देख लेते हैं। प्लूटो में यह करीब 6 दिनों के बराबर होगी।
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