सनलाईट और खानपान हो सकता है वजह
बेशक आपको ताज्जुब होगा पर ये सच है कि सूरज की रोशनी में कम से कम जाना और खान पान में लापरवाही बरतना कैंसर के खतरे को बढ़ा देता है। यानि डाक्टर्स का कहना है कि आपका अनहेल्दी लाइफस्टाइल कैंसर को जनम देने के लिए आपकी जीन से ज्यादा उत्तरदायी होता है। सिगरेट और लाइफ स्टाइल के चलते होने वाली बीमारियां इंसान के डीएनए से ज्यादा कैंसर की उत्पत्ति में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। इस बारे में अध्ययन करने वाले शोधकर्ताओं का दावा है कि इन बातों का ख्याल रख कर कैंसर के खतरे से 90 प्रतिशत तक बचा जा सकता है।
एक मत नहीं हैं वैज्ञानिक
हालाकि विश्व भर के वैज्ञानिक इस बात को लेकर एकमत नहीं हैं कि क्या करने से कैंसर से बचा जा सकता है और क्या करना सही है और क्या करना गलत। ये विवाद एक साल पहले शुरू हुआ जब कुछ शोधकर्ताओं ने अपनी रिसर्च के बाद दावा किया कि कैंसर की शुरुआत डीएनए में गड़बड़ी के चलते होती है। उन्होंने कहा कि जब उम्र बढ़ने के साथ जब सेल्स टूटना शुरू होते हैं तो उनमें समस्या आने लगती है और इसके चलते कैंसर होने का खतरा पैदा हो जाता है। इन शोधकर्ताओं ने इसे लोगों के भाग्य से जोड़ना प्रारंभ कर दिया कि यदि कोई शख्स दुर्भाग्यशाली हुआ तो वो इस प्रक्रिया में कैंसर का शिकार बन जाता है और उसमें उसे लाइफस्टाइल की कोई जिम्मेदारी नहीं होती।
लक से ज्यादा जीवनशैली होती है उत्तरदायी
दूसरी ओर उसी आधार पर अध्ययन करने वाले कुछ दूसरे शोधकर्ताओं ने अब बिल्कुल उल्टा परिणाम निकाला है। उनका कहना है कि भाग्य को स्टेटमेंट के तौर पर तो कहा जा सकता है पर इसका सही कारण तो आपकी जीवनशैली ही हो सकती है। जिसमें एल्कोहल और सिगरेट का शौक, सूरज की रोशनी का कम ज्यादा मिलना, कोई वायरस, प्रदूषण और आपका खानपान सब शामिल है।