आत्महत्या के विचार को भी रोकती है कॉफी
हावर्ड युनिवर्सिटी के टी. एच. चान स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के शोधकर्ताओं के अध्ययन में पता चला है कि कैफीन युक्त या कैफीन रहित दोनों तरह की कॉफी पीने के कई फायदे हैं। इससे होने वाले फायदों में दिल के रोगों, मस्तिष्क संबंधी रोगों और टाइप टू डायबिटीज से रक्षा शामिल है। इतना ही नहीं इस नए शोध में यह बात भी कही गई है कि कॉफी के इतनी मात्रा में सेवन से आत्महत्या का खतरा भी कम हो सकता है।
हर चार साल पर जांच के साथ 30 साल तक चला शोध
इस शोध से जुड़े मिंग डिंग ने बताया कि कॉफी में मौजूद बायोएक्टिव यौगिक इंसुलिन प्रतिरोध और प्रणालीगत सूजन को कम करते हैं। कॉफी पीने के प्रभाव को स्वीकृत भोजन पर आधरित प्रश्नों की सूची के आधार पर हर चार वर्ष के अंतराल में 30 वर्षों की अवधि तक जांचा गया है। इस जांच में प्रमाणित हुआ कि संयत कॉफी सेवन से दिल के रोगों, पर्किंसन्स जैसे मस्तिष्क संबंधी रोगों, टाइप टू डायबिटीज सहित आत्महत्या से मौत का खतरा कम हो सकता है।
शोध में संतुलित मात्रा में कॉफी पीने से लंबे समय तक जीवित रहने की संभावनाओं के प्रमाण
पोषण और महामारी विज्ञान के प्राध्यापक वरिष्ठ शोधकर्ता फ्रैंक ह्यु की माने तो यह शोध प्रमाणित करता है कि सीमित कॉफी सेवन कई बीमारियों के कारण होने वाली समय से पूर्व मौत के खतरे को कम कर सकता है। यह शोध सर्कुलेशन पत्रिका में ऑनलाइन प्रकशित हुआ है।