मैनपुरी (एएनआई)। Hathras Stampede Updates: उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुरुवार को मैनपुरी में राम कुटीर चैरिटेबल ट्रस्ट में सर्च आपरेशन चलाया, जिसमें स्वयंभू बाबा 'भोले बाबा' ने हाथरस में सत्संग आयोजित किया था। यहां पर मंगलवार को भगदड़ में 123 लोगों की मौत हो गई थी। घटना पर प्रार्थना सभा के आयोजकों के नाम पर एफआईआर दर्ज की गई है, लेकिन 'भोले बाबा' का नाम अभी तक नहीं बताया गया है। डीएसपी मैनपुरी सुनील कुमार ने कहा, आश्रम के अंदर 40-50 सेवादार हैं। वह ('भोले बाबा') अंदर नहीं हैं, न तो वह कल थे और न ही आज हैं। एसपी सिटी राहुल मिठास ने कहा, मैं आश्रम की सुरक्षा जांचने आया था। यहां कोई नहीं मिला। आज सुबह ही आश्रम के आसपास पुलिस बल तैनात कर दिया गया।

न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया

बुधवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटनास्थल का दौरा किया और घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए। मामले की जांच के लिए न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) बृजेश कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया है। न्यायिक आयोग अगले दो महीनों में हाथरस भगदड़ के विभिन्न पहलुओं की जांच करेगा और राज्य सरकार को एक रिपोर्ट सौंपेगा। सूरज पाल के रूप में पहचाने जाने वाले उपदेशक 'भोले बाबा' को नारायण साकार हरि और जगत गुरु विश्वहरि के नाम से भी जाना जाता है।

एक-दूसरे को धक्का देना शुरू कर दिया

एफआईआर में भक्त आशीर्वाद लेने और उपदेशक के पैरों के आसपास की मिट्टी लेने के लिए दौड़े, लेकिन 'भोले बाबा' के सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक दिया। बाद में, उन्होंने एक-दूसरे को धक्का देना शुरू कर दिया, जिसके कारण कई लोग जमीन पर गिर गए, जिससे घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ लोग कीचड़ से भरे बगल के मैदान की ओर भागे, जिसके कारण वे गिर गए और अन्य श्रद्धालुओं ने उन्हें कुचल दिया। घायलों को घटनास्थल पर मौजूद पुलिस और सुरक्षाकर्मियों द्वारा अस्पताल में भर्ती कराया गया।

National News inextlive from India News Desk