अलीगढ़ (एएनआई)। Hathras Stampede Updates: उत्तर प्रदेश के हाथरस में स्वयंभू संत सूरज पाल उर्फ ​​'भोले बाबा' के कार्यक्रम में भगदड़ में मारे गए सभी 121 लोगों के शवों की पहचान कर ली गई है और उन्हें उनके परिवारों को सौंप दिया गया है। वहीं इस हादसे के बाद कांग्रेस सांसद भगदड़ पीड़ितों के परिजनों से मिलने हाथरस पहुंचे। कांग्रेस सांसद से मुलाकात के बाद एक शोक संतप्त परिवार के सदस्य ने बताया कि कार्यक्रम स्थल पर कोई उचित चिकित्सा सुविधा या व्यवस्था नहीं थी। उन्होंने (राहुल गांधी) हमें आश्वासन दिया कि वह अपनी पार्टी के माध्यम से हमारी हर संभव मदद करेंगे। 'सत्संग' स्थल पर प्रशासन अच्छा नहीं था। अगर उचित चिकित्सा सुविधा होती तो मेरी भाभी को बचाया जा सकता था।


हर संभव मदद का आश्वासन दिया
एक अन्य महिला ने बताया कि राहुल गांधी ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। "उन्होंने कहा कि वह मदद करेंगे। धैर्य रखें। घटना में मेरी मां और भाई की मौत हो गई। मृतक शांति देवी के बेटे नितिन कुमार ने बताया कि वह अपनी मां के साथ सत्संग में गया था। मैं कार्यक्रम से पहले ही बाहर आ गया था।
जब सत्संग खत्म हुआ तो मैंने सुना कि भगदड़ मच गई है। मैं अपनी मां को खोजने वहां गया। कुछ देर बाद मुझे पता चला कि मेरी मां को एंबुलेंस में अस्पताल ले जाया गया है। मेरा भाई अस्पताल गया और देखा कि वह मर चुकी थी।
हर तरह की मदद का आश्वासन दिया
जब पूछा गया कि राहुल गांधी ने मदद मुहैया कराने के बारे में क्या कहा, तो नितिन ने कहा, उन्होंने हमारा हालचाल पूछा और हर तरह की मदद का आश्वासन दिया। हमने संसद में यह मुद्दा उठाने को भी कहा है ताकि ये घटनाएं दोबारा न हों। मृतक शांति देवी की बेटी लता ने कहा कि वे सुबह से ही राहुल गांधी का इंतजार कर रहे थे, लेकिन वह उनके घर नहीं आए।
मिलने के लिए किसी और के घर बुलाया
इसके बजाय, उनके परिवार के कुछ सदस्यों को कांग्रेस सांसद से मिलने के लिए किसी और के घर बुलाया गया। वहीं न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए लता ने कहा, हम सुबह से ही राहुल गांधी का इंतजार कर रहे थे। परिवार की सभी महिलाएं उनसे मिलना चाहती थीं और अपना दर्द साझा करना चाहती थीं, लेकिन वे यहां नहीं आए। उन्हें यहां आना चाहिए था।
चैरिटेबल ट्रस्ट में तलाशी अभियान चलाया
वहीं उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुरुवार को मैनपुरी में राम कुटीर चैरिटेबल ट्रस्ट में तलाशी अभियान चलाया था। घटना में आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। मैनपुरी के पुलिस उपाधीक्षक सुनील कुमार ने कल कहा कि 'भोले बाबा अपने आश्रम के अंदर नहीं मिले। हाथरस शहर के अधीक्षक राहुल मिठास ने भी कहा कि उन्हें आश्रम में उपदेशक नहीं मिले।

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