हाथरस (एजेंसी)। Hathras Accident News: उत्तर प्रदेश के हाथरस में मंगलवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया है। यहां हाथरस जनपद के थाना सिकंदराराऊ क्षेत्र के गांव रतीभानपुर में भोले बाबा के सत्संग के बाद मची भगदड़ में अब तक 115 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में अधिकांश महिलाएं हैं। पुलिस ने हाथरस में सत्संग आयोजित करने वाले 'भोले बाबा' की तलाश में जुटी है। भगदड़ तब हुई जब कार्यक्रम के बाद भक्तों की भीड़ मंच की ओर बढ़ने लगी, ताकि वे सत्संग आयोजित करने वाले 'भोले बाबा' के पैरों को छू सकें, जो मंच से नीचे आ रहे थे। कहा जा रहा है कि इस धार्मिक समागम में 80,000 लोगों को इकट्ठा होने की अनुमति दी थी लेकिन लगभग 250,000 लोग इसमें शामिल हुए।
मां, पत्नी और बेटी सबको खो दिया
वहीं हाथरस भगदड़ में अपनी पत्नी, मां और 16 वर्षीय बेटी को खोने वाले विनोद ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने सब कुछ खो दिया है। न्यूज एजेंसी से एएनआई से बात करते हुए विनोद ने कहा, "मुझे यह भी नहीं पता था कि तीनों सत्संग में गए थे क्योंकि वह कहीं बाहर गए थे। किसी ने उसे बताया कि सत्संग में भगदड़ मच गई है जिसके बाद मैं मौके पर पहुंचा और पाया कि मेरी 16 वर्षीय बेटी, मां और पत्नी की मौत हो गई है। मुझे अपनी मां का शव भी नहीं मिला। विनोद ने कहा, मेरे पास कुछ नहीं बचा... सब कुछ खत्म हो गया है।
3.5 वर्षीय बच्चे की भी मौत
हाथरस कांड की एक अन्य 16 वर्षीय पीड़िता की मां कमला ने अपनी बेटी रोशनी की मौत पर दुख जताया। उन्होंने कहा, मैं 20 साल से बाबा के सत्संग में आती रही हूं। आज मैं अपनी 16 वर्षीय बेटी के साथ सत्संग में शामिल होने गई थी और दोपहर करीब 2 बजे भगदड़ मच गई। मुझे और मेरी बेटी को हल्की चोटें आईं। वह ठीक थी, लेकिन अस्पताल पहुंचते ही वह बेहोश हो गई, बाद में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक 3.5 वर्षीय बच्चे के चाचा कुंवर पाल ने कहा, बच्चा अपनी मां के साथ यहां आया था...उसकी मां अभी भी लापता है...हम अलीगढ़ के रहने वाले हैं।
सत्संग में जाने से रोका था
इस बीच, मृतक गुड़िया देवी के पति मेहताब ने कहा, मैंने उसे कई बार बाबा के सत्संग में जाने से रोकने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानी। वह हमारी बेटी और दो पड़ोसी महिलाओं के साथ सत्संग में आई थी। इस घटना में दो पड़ोसी महिलाओं और मेरी पत्नी की मौत हो गई...मेरी बेटी सुरक्षित है। पीड़ित के परिवार के सदस्य अलीगढ़ के हीरा लाल ने कहा, "मेरा पूरा परिवार सत्संग में शामिल होने के लिए बस में गया था। भगदड़ में घायल हुई उसकी भाभी को छोड़कर उसके परिवार के सभी सदस्य ठीक हैं।
2 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा
उत्तर प्रदेश सरकार ने घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को 2 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी घटना की गहन जांच के आदेश दिए हैं। इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाथरस में भगदड़ में जान गंवाने वालों पर अपनी संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। पीएम मोदी ने दुखद घटना के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी बात की। यूपी सरकार पीड़ितों को हर संभव मदद मुहैया कराने में लगी हुई है।
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