दोबारा चुने गए राष्ट्रपति पर पर
ईरान की जनता ने बीते साल एक बार फिर राष्ट्रपति हसन रूहानी पर विश्वास जताया था। उन्हें दोबारा वहां का राष्ट्रपति पद की जिम्मेदारी सौंपी थी। रूहानी पहली 2013 में राष्ट्रपति चुने गए थे।
कई बड़ी उपलब्धियां हासिल हुई
ईरान की जनता हसन रूहानी को उदारवादी मानती है। हसन रूहानी के शासनकाल को कई बड़ी उपलब्धियां हासिल हुई। ईरान का पश्चिमी देशों के साथ परमाणु समझौता होना इनमें से एक है।
भारत और ईरान चर्चा में रहा
भारत और ईरान अपने रिश्तों के लिए साल 2001 में पूरी दुनिया में चर्चा में रहा था। भारत के गुजरात में आए विनाशकारी भूकंप में ईरान ने मदद के लिए सबसे पहले मदद का हाथ बढ़ाया था।
रूहानी के लिए मिर्जा गालिब के शेर
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब 2016 में ईरान गए थे उस समय राष्ट्रपति हसन रूहानी ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया था। इस दौरान मोदी ने उनके लिए मिर्जा गालिब के शेर पढ़े थे।
एक शानदार तोहफा भी दिया था
इतना ही नहीं इस मौके पर पीएम ने उन्हें एक शानदार तोहफा भी दिया था। उन्होंने राष्ट्रपति रूहानी रामायण की प्रति भी भेंट की थी। यह को 1715 सुमैर चंद की फ़ारसी में अनुवादित रामायण थी।
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