इस व्रत को करने से होती है सभी मनोकामनाएं पूर्ण
हरतालिका तीज तीज गणेश चतुर्थी के ठीक एक दिन पहले मनाई जाती है। पुराणों मे कहा गया है कि भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए राजा हिमावन और मैनावती की पुत्री माता पार्वती इस व्रत का किया था। पुराणो मे इस व्रत को बहुत मान्यता प्रदान की गई है। मां पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए कई वर्षो तक बिना अन्न जल ग्रहण किए हुए कठिन ताप किया था। भगवान शिव प्रसन्न होकर उन्हें अपनी पत्नी के रूप में स्वीकारा था। तीज के दिन सुहागने व्रत रखकर माता गौरी का पूजन करती हैं। माँ पार्वती और भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए आज के दिन इस मंत्र का जाप किया जाता है।

गण गौरी शंकरार्धांगि यथा त्वं शंकर प्रिया।
मां कुरु कल्याणी कांत कांता सुदुर्लभाम्।।


हरितालिका तीज : इस मुहूर्त में करेंगे व्रत और पूजा तो प्रसन्‍न होंगे भगवान शिव
इस मुहूर्त मे करेंगीं पूजन तो मिलेगा मनचाहा फल
तीज का पर्व काफी सुखद संयोग लेकर आया है। इस बार तृतिया तिथि 4 सितंबर रविवार को सुबह 5 बजे से शुरु होगी। व्रत रखने वाली महिलाएं और लड़कियां इससे पहले ही सरगी कर लें। पूजन करने का सही मुहूर्त शाम 6 बजकर 04 मिनट से रात 8 बजकर 34 मिनट तक है। इस मुहूर्त के दौरान की गई पूजा फलदायी मानी जाएगी। इस व्रत को करना जितना कठिन है उतना ही कठिन है इसके पूजन को विधि विधान के साथ करना। इस व्रत को बिना अन्न जल ग्रहण किये करना होता है। इस व्रत को करनेवाली महिला का सौभाग्य अखंड बना रहता है। इस दिन व्रत रखने से माँ गौरी प्रसन्न होकर तत्काल अपने भक्त को मनचाहा वर प्रदान करतीं हैं। उसे सातों जन्मों तक पति का साथ मिलता है।

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