नई दिल्ली (एएनआई)। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने गुरुवार को दिल्ली के सेंट्रल विस्टा एवेन्यू के भूमि-पूजन समारोह में हिस्सा लिया। इस दाैरान केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि अगला गणतंत्र दिवस परेड सेंट्रल विस्टा एवेन्यू पर होगा और कहा कि यह 'आधुनिक भारत का प्रतीक' होगा। कुछ लोग इसके महत्व को नहीं समझते हैं। वहीं कुछ लोग नहीं चाहते हैं कि देश प्रगति करे। वे कोविड वैक्सीन पर भी सवाल उठा रहे हैं। इस समारोह के साथ, सेंट्रल विस्टा एवेन्यू के विकास और पुनर्विकास के लिए काम शुरू हो गया है।



सेंट्रल विस्टा एवेन्यू के विकास के प्रस्ताव को मंजूरी
सेंट्रल विस्टा एवेन्यू उत्तर और दक्षिण ब्लॉक से शुरू होकर इंडिया गेट तक है, जिसमें राजपथ, इसके आस-पास के लॉन और नहरें, पेड़ की कतारें, विजय चौक और इंडिया गेट प्लाजा एक 3 किमी लंबा खंड है। सरकार ने सेंट्रल विस्टा के व्यापक परिवर्तन के हिस्से के रूप में, राजस्व को सुधारने का फैसला किया है। इसने 608 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर सेंट्रल विस्टा एवेन्यू के विकास के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इस कार्य को करने के लिए केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD) को सौंपा गया है।

सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को सुप्रीम कोर्ट की हरी झंडी
बता दें कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को हरी झंडी दी है। केंद्र सरकार ने कहा है कि इस प्रोजेक्ट से पैसों की बर्बादी नहीं बल्कि सालाना करीब एक हजार करोड़ रुपये की बचत होगी। सुप्रीम कोर्ट ने पर्यावरण मंत्रालय द्वारा दी गई सिफारिशों को बरकरार रखा और निर्माण के दौरान पर्यावरण का विशेष ध्यान रखने की बात कही। इसके अलावा निर्माण के दौरान स्मॉग टावर लगाने और निर्माण से पहले हेरिटेज कमिटी की भी मंजूरी लेने को कहा है।

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