मंगलवार को हनुमान जी की पूजा की जाती है। हनुमान जी भक्तों के सभी डरों को दूर करते हैं। जब भी आप अपने आप को भयग्रस्त महसूस करें और आपको उससे मुक्ति का मार्ग सूझ नहीं रहा हो तो हनुमान जी की पूजा करें और उनके शक्तिलशाली कवच मंत्र का जाप करें। अगर आप रोज़ नहीं कर सकते तो मंगलवार को अवश्य रूप से करना ही चाहिए।
कवच मंत्र का अर्थ
जानिए हनुमान कवच मंत्र क्या है और किसने इस मंत्र की रचना की और क्या शक्ति है इसमें?
यह कवच मंत्र स्वंय भगवान श्री राम द्वारा रचा और पढ़ा गया है। इस हनुमंत कवच का पाठ प्रभु श्रीराम ने स्वयं रावण से युद्ध करते समय किया था। श्री हनुमान कवच अपने आप में भगवान की शक्ति रखने वाला बताया जाता है, जिसके प्रभाव से बुराइयों पर जीत पाई जा सकती है।
महावीर हनुमान का शक्तिग्रह
कहते हैं कि यह महावीर हनुमान का शक्तिग्रह है। इस कवच का मूल मंत्र है, ऊं श्री हनुमंते नमः, जिसके बाद भय का नाश करने के लिए हं हनुमंते नम: का पाठ अवश्य करेंं। वैसे देखा जाए तो भय आपके मन की भावना होती है और भावना का भक्ति से गहरा संबंध होता है। अत: जब भी आपको भय लगे तो आप बल और स्नेह के पुंज राम भक्त हनुमान जी को याद करें।
हर भय दूर होगा
यदि आप किसी भी कारण से भयभीत हैं तो पूजा में कवच मंत्र का जाप करें आपका भय अवश्य दूर होगा। हनुमान जी के कई मंत्र है और उनकी पूजा में पढ़ने से आपको उनका आशीर्वाद मिलता है, परंतु कवच मंत्र का जाप तुरंत फलदायी होता है।
-ज्योतिषाचार्य पंडित श्रीपति त्रिपाठी
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