Hanuman Jayanti 2020 : चैत्र मास के शुक्लपक्ष की पूर्णिमा को हनुमान जयंती मनाई जाती है। त्रेता युग में भगवान शिव के अवतार हनुमान जी का जन्म किष्किंधा पर्वत के नायारण पर्वत भाग पर वायुपुत्र संकट मोचन मां अंजनी के गर्भ से जन्म हुआ। त्रेता युग से आज तक चैत्र पूर्णिमा को संकट मोचन का जन्मोत्सव मनाया जाता है जो कि इस वर्ष 8 अप्रैल 2020 को मनाया जाएगा। इस वर्ष कुछ ऐसा होगा कि संकट मोचन के भक्त अपने घर में ही रह करके श्रद्धा भाव के साथ मन से ही सर्वप्रथम माता सीता, श्रीराम चंद्र, भरत, लक्ष्मण व शत्रुघ्न के साथ संकट मोचन का पूजन करेंगे।
इस तरह घर पर ही करें हनुमान पूजन
शास्त्रों में ये कहा जाता है कि बिना राम की पूजा के हनुमान प्रसन्न नहीं होते हैं। यदि संभव हो तो हनुमान जी को तुलसी दल अवश्य अर्पित करें। तुलसी दल अर्पित करने से माता अन्न पूर्णा व मां सीता अत्यंत ही प्रसन्न होती हैं। इस दिन स्त्री, पुरुष, बालक, वृद्ध, योगी पवित्र नदियों में या पवित्र सरोवर के जल को अपने घर पर ही पांच बूंद मिला करके भगवान लक्ष्मी नारायण की पूजा करें। तत्पश्चात हनुमान जी की पूजा- अर्चना करें। यदि आपके पास शुद्ध जल का आभाव है तो अपने ही घर पर कुशा की डाल को जल में भिगो दें और उसे शुद्ध जल समझ करके स्नान करें। इसके बाद यज्ञोपवित को बदल दें। इस पूजन से श्रद्धालुओं को बल, बुद्धि व विद्या तीनों प्राप्त होंगे और रोग से मुक्ति मिलेगी।
कर्ज व रोग से मुक्ति के लिए हनुमान जी के गुरु को जल अर्पित करें
कर्ज व रोगों से मुक्ति चाहते हैं तो हनुमान जयंती से नित्त ही संकट मोचन के गुरु भुवन भास्कर सूर्य को अर्घ्य देना प्रारंभ करें क्योंकि वो उनके गुरु हैं। यदि आप कानून संबंधी मामलों में परेशान हैं तो हनुमान जी का जनेऊ धारण करें। हनुमान जी को मोतीचूर के लड्डू अत्याधिक पसंद हैं। हनुमान जी को लाल सिंदूर भी अत्याधिक प्रिय है। उन्हें प्रसन्न करने के लिए राम भक्ति भी अत्यंत आवश्यक है। महिलाओं के सम्मान करेंगो तो हनुमान जी प्रसन्न होंगे। हो सके तो महिलाएं इस दिन खुले बाल न रखें।
- ज्योतिषाचार्य पंडित दीपक पांडेय