कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Gujarat Rainfall: गुजरात में लगातार बारिश और भीषण बाढ़ की वजह से तबाही मची है। यहां पर पिछले तीन दिनों में मरने वालों की संख्या 30 हो गई है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से 17,800 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, भारतीय वायु सेना और भारतीय तटरक्षक बल के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्यों में पूरी तत्परता से लगा हुआ है। टीमों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे 95 लोगों को बचाया है। हालांकि यहां पर अभी भी बारिश से राहत नहीं हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने गुजरात के 12 जिलों में भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इनमें कच्छ, देवभूमि द्वारका, जामनगर, मोरबी, सुरेंद्रनगर, राजकोट, पोरबंदर, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, अमरेली, भावनगर और बोटाद शामिल हैं। इसके अलावा, मौसम विभाग ने अन्य 22 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है।
वडोदरा के कई निचले इलाकों में पानी भर गया
मौसम विभाग ने बताया कि सौराष्ट्र और कच्छ के ऊपर बने डीप डिप्रेशन के उत्तर-पूर्वी अरब सागर की ओर बढ़ने के साथ ही मजबूत होने की संभावना है, जिससे पूरे क्षेत्र में भारी बारिश जारी रहने की आशंका है। विश्वामित्री नदी में बाढ़ के कारण वडोदरा के कई निचले इलाकों में पानी भर गया है। कुल 137 जलाशय और झीलें, साथ ही 24 नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। भारी बारिश के कारण सड़कों और रेलवे ट्रैक पर पानी जमा हो गया है, जिससे मुंबई जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस सहित आठ ट्रेनें रद्द करनी पड़ी हैं।
पीएम मोदी ने सीएम भूपेंद्र पटेल से बात की
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति का जायजा लेने के लिए उनसे बात की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने केंद्र से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गुजरात में बाढ़ की स्थिति पर चिंता व्यक्त की और सरकार से प्राकृतिक आपदा के प्रभाव को कम करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया।
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