दिल को पहुंचता है नुकसान
केंद्रीय ड्रग कंट्रोलर ने जून में साइड इफेक्ट की शिकायतों के बाद चार दवाओं का देश में निर्माण और बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था. इनमें मधुमेह के लिए अचूक माने जाने वाली ‘पायोग्लाहटाजोन’ साल्ट से बनने वाली दवा भी शामिल थी. रोक के आदेश में कहा गया था कि इसके लगातर सेवन से रोगी के शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिससे शरीर में सूजन भी आ जाती है. पानी की कमी से दिल को नुकसान पहुंचता है, जिससे मधुमेह के रोगी हृदय रोगी बन जाते हैं.
डाइबिटिज के लिए अचूक दवा
सस्ती व मधुमेह के लिए अचूक दवा होने के कारण ‘पायोग्लाहटाजोन’ पर प्रतिबंध लगाने का देश भर के चिकित्सकों ने विरोध किया था. बढ़ते विरोध के बाद केंद्र सरकार ने हस्तक्षेप किया तो ड्रग कंट्रोलर को इस दवा पर लगे प्रतिबंध को हटा लिया. साथ ही दवा निर्माण एवं अन्य नियम में संशोधन कर दिया.
नये रोगी न दी जाए यह दवा
इसके मुताबिक दवा में पायोग्लाहटाजोन की मात्रा 15 मिली ग्राम से घटाकर दस ग्राम होगी. चिकित्सकों को हिदायत दी जाए कि नये मधुमेह रोगी को यह दवा न दी जाए. साथ ही, दवा के रैपर पर स्पष्ट तौर पर हृदय के लिए नुकसानदायक होने की चेतावनी भी लिखी जाएगी.
साइड इफेक्ट हो जाएंगे कम
असिस्टेंट ड्रग कमिश्नर एके जैन ने बताया कि प्रतिबंध हटाने का आदेश मिल गया है. उम्मीद है कि यह दवा शीघ्र बाजार में उपलब्ध हो जाएगी. उन्होंने कहा कि साल्ट की मात्रा घटने के कारण दवा के साइड इफेक्ट भी कम हो जाएंगे.