ग्रीस को मिलने वाले अंतरराष्ट्रीय कर्ज़ की शर्तों के तहत ग्रीस को कठोर सुधार लागू करने थे.
संसद के बाहर हुए हिंसक प्रदर्शनों के साए में चली दो दिनों की संसदीय बहस के बाद इन प्रस्तावों को पारित किया गया है.
ट्रेड यूनियनों का कहना है कि देश ख़र्च में कटौती को और अधिक बर्दाश्त नहीं कर सकता है और टैक्स में बढ़ोत्तरी और पेंशन के प्रति अधिक अंशदान को बहुत कम ही लोग बर्दाश्त कर पाएंगे.
सोमवार को ग्रीस को मिलने वाले क़र्ज़ पर चर्चा करने के लिए यूरोज़ोन के वित्त मंत्री बैठक भी करने जा रहे हैं.
इससे पहले, ग्रीस की राजधानी एथेंस में संसद के बाहर प्रदर्शन कर रही उग्र भीड़ ने पुलिस पर पेट्रोल बम फेंके हैं, जिसके जवाब में पुलिस ने भी आंसू गैस के गोले दागे हैं.
पिछले साल ग्रीस बेहद कठोर शर्तों के साथ 86 अरब यूरो के नए क़र्ज़ के समझौते के लिए तैयार हो गया था.
आशंका है कि यदि ग्रीस ने जल्द ही समझौता नहीं किया तो वो जुलाई में 3.5 अरब यूरो की क़र्ज़ की क़िस्त नहीं चुका पाएगा.
क़र्ज़ देने वाला अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और यूरोपीय देश ग्रीस पर ख़र्च में कटौती की मांग कर रहे हैं ताक़ि ग्रीस चार अरब यूरो की बचत कर सके.
International News inextlive from World News Desk
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