क्या कहते हैं वैज्ञानिक
अपने एक लंबे शोध के बाद केलीफोर्निया यूनिवर्सिटी के मेडिकल फिजिक्स एवं साइकोलॉजी के सीनियर प्रोफेसर डॉ. हर्डिन बी जॉन्स का कहना है कि कैंस के मर्ज में इलाज के तौर पर प्रयुक्त होने वाली कीमियो थैरिपी किसी भी इंसान को लंबे समय तक दी जाने के बाद उसकी पीड़ादायक मौत हो सकती है। जबकि कुछ प्राकृतिक उपचार ऐसे हैं जिनके प्रयोग से ना सिर्फ दर्द बल्कि कैंसर से भी छुटकारा पाया जा सकता है। उसी सिलसिले में उन्होंने अंगूर के बीज का नाम लिया।
कैसे काम करता है
डॉ. हर्डिन ने अपने शोध में स्पष्ट किया कि अंगूर के बीजों का अर्क ल्यकीमिया यानि रक्त कैंसर सहित कई प्रकार के कैंसर पर प्रभावी होता है। अंगूर के बीज के अर्क में पाया जाने वाला जेएनके प्रोटीन बिना किसी साइड इफेक्ट के कैंसर कोशिकाओं को करीब 76 प्रतिशत तक जड़ से निष्प्रभावी कर सकता हैं। यानि इसके संतुलित मात्रा में नियमित प्रयोग से महज 48 घंटे में कैंसर के समाप्त होने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है।
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अंगूर के बीज का तेल भी है फायदेमंद
अब तक आप अंगूर के तेल के बारे में जानते थे जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद तत्व इससे बने वाले खाने को बेहद हैल्दी बना देते ळैं। इसमें फैट नहीं होता, विटामिन ई पाया जाता है और ये बेहतरीन एंटी ऑक्सीडेंट होता है। अब आप अंगूर के बीच से एक और बड़ा फायदा जान चुके हें कि इससे 48 घंटों के भीतर कैंसर पर काबू पाया जा सकता है।
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