गूगल ने पिछले महीने ही ये परियोजना शुरु की थी जिससे गूगल के उपभोक्ता 360 डिग्री कोण से बंगलौर की सड़के देख सकें. गूगल की इस परियोजना ने कई देशों में चिंता पैदा की है. कारों और ट्राइसिकल्स पर कैमरे लगाकर पूरे शहर की तस्वीरें इकट्ठा की जा रही थीं.
गूगल की एक प्रवक्ता ने समाचार एजेंसी एएफ़पी को बताया, "हमें बंगलौर के पुलिस कमिश्नर की चिट्ठी मिली है और हम उसकी समीक्षा कर रहे हैं. जब तक पुलिस से हमारी बात नहीं हो जाती हम स्ट्रीय व्यू के लिए तस्वीरें इकट्ठा नहीं करेंगे". पुलिस ने बीबीसी को बताया कि उसने इस परियोजना को लेकर चिंता जताई थी और उसने गूगल से भारत के गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय से अनुमति लेने को कहा है. बंगलौर के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त सुनील कुमार ने कहा कि बंगलौर में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान और हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स जैसे प्रमुख प्रतिरक्षा और वैज्ञानिक संस्थान हैं और बंगलौर आतंकवादी हमलों के निशानों की सूची में है.
सन 2008 में शहर में सिलसिलेवार कई बम विस्फोट हुए थे जिसमें एक महिला मारी गई थी और कई लोग घायल हो गए थे. लेकिन गूगल के भारतीय उत्पाद प्रमुख विनय गोयल ने कहा कि वो केवल सार्वजनिक सड़कों पर घूम कर वही तस्वीरें ले रहे थे जो सबको उपलब्ध हैं. पिछले साल कोई ढाई लाख जर्मन नागरिकों ने गूगल से कहा था कि वो उनके घरों की तस्वीरें धुंधली कर दे और चैक गणराज्य की सरकार ने भी गूगल को नई तस्वीरें लेने को मना कर दिया था.