पाउडर बनाने का श्रेय
26 नवंबर, 1921 को जन्मे वर्गीज कुरियन के जन्म दिन को आज गूगल ने खास तरह से बनाया है। उसने उनको समर्पित अपने होम पेज पर उनका डूडल बनाया है। वर्गीज के मशहूर ‘अमूल’ अमूल ब्रांड की कीमत अरबों रुपये में हो गई है। उन्होंने अमूल दूध को एक बेहतर ब्रांड बनाने का प्रयास किया और सफल भी हुए। भैंस के दूध से पहली बार पाउडर बनाने का श्रेय भी कुरियन को जाता है। उनके प्रयासों से ही दुनिया में पहली बार गाय के दूध से पाउडर बनाया गया। 1940 में विज्ञान में स्नातक किया करने के बाद उन्होंने इंजीनियरिंग कॉलेज से इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की। इकसे बाद अमेरिका में मिशीगन स्टेट यूनिवर्सिटी से 1948 में मेकेनिकल इंजीनियरिंग डेयरी इंजीनियरिंग विषय से पढाई करके मास्टर डिग्री पाई थी।
अमूल का जन्म हुआ
इसके बाद भारत आकर इनको अपने अमूल ब्रांड के तहत गुजरात के आणंद स्थित सरकारी क्रीमरी में काम करने का मौका मिला। 1949 के अंत तक कुरियन को क्रीमरी से कार्यमुक्त करने का आदेश मिल गया और कैरा जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड के अनुरोध पर डेयरी का काम संभाला। इसके बाद सरदार वल्लभभाई पटेल की पहल पर इस डेयरी की स्थापना और उन्होंने कुरिया से डेयरी ब्रांड बनाने को कहा जिसके बाद ‘अमूल’ का जन्म हुआ। इसकी शुरूआती सफलता को देखते हुए गुजरात में अलग अलग दुग्ध संघों को गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ (जीसीएमएमएफ) के बैनर तले लाने का सफल प्रयास हुआ।
बड़ा दुग्ध उत्पादक देश
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