एशियाई बाज़ार में स्पॉट गोल्ड की कीमत प्रति आउंस 1088 डॉलर तक गिर गई जो 26 मार्च 2010 के प्रति आउंस 1100 डॉलर से कम थी।
आम तौर पर निवेशक अनिश्चितता के दौर में सोना खरीदने में यकीन करते हैं, लेकिन अब उन्होंने अमरीकी डॉलर का रुख़ किया है।
अमरीका में ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि फ़ेडरल रिजर्व इस साल ब्याज दर बढ़ा सकता है जिसकी वजह से डॉलर में मज़बूती देखी जा रही है।
भारत में 25 हज़ार से नीचे
चीन में सोने की ज़ोरदार बिक्री की जा रही है।
सोमवार की सुबह चीन के शंघाई गोल्ड एक्सचेंज पर कुछ मिनटों में ही सोने की भारी बिकवाली देखी गई।
चीन सोने का का सबसे बड़ा ख़रीदार है और कीमतों में गिरावट उसके ये कहने के बावजूद हुई है कि जून में चीन के सोने के भंडार छह साल में 57 प्रतिशत बढ़े हैं।
भारतीय बाजारों में भी सोने के भाव में क़रीब 2 फ़ीसदी की गिरावट देखी गई और प्रति 10 ग्राम सोना 25,000 से नीचे चला गया।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक़ वर्ष 2009 के बाद प्लेटिनम में भी इस वक़्त सबसे ज़्यादा 5 फ़ीसदी तक की गिरावट देखी गई। इसके अलावा चांदी में भी कमज़ोरी का रुख है।
सोमवार को एशियाई बाज़ारों में अमरीकी डॉलर में बढ़त देखी गई जिसका असर भी सोने पर दिख रहा है।
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