पणजी (पीटीआई )। गोवा में 14 फरवरी को चुनाव हुए थे ,और 10 मार्च को परिणाम घोषित कर दिया गया, लेकिन तटीय राज्य के दो क्षेत्रों में जीत का अंतर 100 वोट से कम रहा जिसमें 76 वोटों से सबसे कम की जीत नॅार्थ गोवा के सेंट आंद्रे इलाके मे दर्ज की गई। जहां राज्य में एक नए राजनीतिक संगठन रिवोल्यूशनरी गोअन्स पार्टी ने भाजपा उम्मीदवार और मौजूदा विधायक फ्रांसिस सिलवीरा को हराकर शुरूआत की। इस मुकाबले में आरजीपी प्रत्याशी वीरेश बोरकर ने जीत हासिल की। पोंडा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के रवि नाइक और महाराष्ट्रवादी गोमातंक पार्टी के उम्मीदवार डॉ केतन भातीकर के बीच कड़ी टक्कर थी। जहां शुरूआती नतीजों में डॉ भाटीकर के विजेता होने की घोषणा की गई थी, लेकिन वोटों की पुनर्गणना ने नतीजे पलट दिए , जिसमें नाइक ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी से 77 वोट अधिक हासिल करके चुनावी लड़ाई जीती ।
169 वोटों के अंतर से जीत
साउथ गोवा के विलिम क्षेत्र में भी एक करीबी मुकाबला देखने को मिला ,जहां एक आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार क्रूज सिल्वा ने कांगे्रस के सावियो डी सिल्वा को 169 अधिक वोटों से हराया। साउथ गोवा के प्रियोल क्षेत्र में, भाजपा उम्मीदवार गोविंद गौडे ने एमजीपी अध्यक्ष और पार्टी उम्मीदवार दीपक धवलीकर को 213 मतों के अतंर से हराया। गोवा के कुरचोरम क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीवार अमित पाटकर के खिलाफ उर्जा मंत्री और भाजपा उम्मीवार नीलेश कैबराल ने 672 मतों से जीत हासिल की।
666 वोटों के अतंर से हासिल की जीत
मुख्यमंत्री डॉ प्रमोद सावंत शुरूआती दौर की मतगणना में पीछे दिख रहे थे, लेकिन दूसरे और तीसरे दौर में अपने प्रदर्शन में सुधार करते हुए उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस उम्मीदवार धर्मेश सागलानी को सांकेलिम निर्वाचन क्षेत्र में 666 मतों के अंतर से हराया। जीत के कम अंतर के बारे में बोलते हुए, सावंत ने बाद में कहा कि यह उनके लिए चिंता का विषय था और वह इस पर आत्मनिरीक्षण करेंगे। पणजी क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार अतानासियो मोनसेराटे और गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर के बेटे, निर्दलीय उम्मीदवार उत्पल पर्रिकर के बीच करीबी मुकाबले में भी मोनसेराटे ने 716 मतों से जीत दर्ज की। मोनसेराटे ने कहा कि वह अपनी जीत के अंतर से खुश नहीं हैं और भाजपा कार्यकर्ताओं पर सर्मथन नहीं करने का आरोप लगाया।
नए प्रत्याशीयों को भी मिली जीत
दो नए प्रत्याशी, जीत अरोलकर (एमजीपी) और उल्हास तुएनकर (भाजपा) ने भी अपने प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ बहुत कम अंतर से जीत हासिल की। मंड्रेम सीट पर अरोलकर ने भाजपा उम्मीदवार दयानंद सोपटे को 715 मतों से हराया, जबकि तुएनकर ने नावेलिम निर्वाचन क्षेत्र में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की उम्मीदवार वलंका अलेमाओ को 430 मतों से हराया। 2017 में भाजपा ने 13 सीटें जीती थी, लेकिन बहुमत के लिए 21 सीट होती है। इस चुनाव में भाजपा 20 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल करके तटीय राज्य में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी।
National News inextlive from India News Desk