पूरे एक हफ़्ते तक फ़ेसबुक पर सार्वजनिक रुप से प्रेम बरसाने के बारे में सोफ़ीया कहती हैं “यह कोई बड़ी बात नहीं. करना क्या है बस एक लिंक क्लिक करना है “इन अ रिलेशनशिप.” सोफ़ीया फ़ेसबुक पर मौजूद उन कई महिलाओं और कुछ पुरूषों में से एक हैं जो एक ऐसा काम कर रहे हैं जो की सदीयों पुराना है लेकिन जगह नई है. इस तरह के प्रसंगों पर दुनिया भर में फ़िल्में बनी हैं. पूरी दुनिया में किराए के रिश्तेदारों, बॉय फ़्रेन्ड और गर्ल फ़्रेन्ड के किस्से भी नए नहीं हैं.
नया चलन
लेकिन फ़ेसबुक पर यह नया चलन है. सोफ़ीया समझाते हुए कहती हैं “आम तौर पर ऐसा करने वालों में वो पुरुष होते हैं जो दूसरों को जलाना चाहते हैं. या यह बताना चाहते हैं कि लड़कियां उन पर किस कदर फ़िदा हैं.”
सोफ़ीया इस एक हफ़्ते में पाँच डॉलर के बदले वो सारी दुनिया को बताएंगी कि वो आपकी प्रेमिका है. वो आपकी फ़ोटोज़ को लाईक करेंगी और एक सच्ची और अच्छी प्रेमिका की तरह रूमानी कमेंट भी पोस्ट करेगीं.
यकायक कमेंट देख कर यह तय है कि आपके मित्र, आपको चाहने और कम चाहने वाले चौकेंगे और अगर आपने कोई कहानी अपनी तरफ़ से ना सुनाई तो अफ़वाहो और कयासों का दौर शुरू.
सोफ़ीया ने एक बातचीत में बीबीसी के सामने कुबूला कि फ़ेसबुक पर उनकी तस्वीर तो असली है लेकिन नाम नकली है. क्या उन्हें इसमें मज़ा आता है पूछने पर वो कहती हैं “वो मेरी ऑनलाइन शख़्सियत है मुझे कभी महसूस नहीं हुआ कि मेरा उससे कोई ख़ास लेना देना है.” सोफ़ीया अपनी किस्म की अकेली नहीं है. उनकी तरह के मददगार खोजने हों तो गूगल पर कई विकल्प मौजूद है.
फेसबुक पर गंभीर मसला
जो हैमिंग्स जो कि एक मनोवैज्ञानिक और रिलेशनशिप कोच हैं वो कहती है “फ़ेसबुक पर रिलेशनशिप स्टेटस कोई अगंभीर बात नहीं है. यह काफ़ी औपचारिक है. फ़ेसबुक पर इसे पोस्ट करने के पहले अन्य ची़ज़ो की तुलना में लोग कहीं अधिक सोचते है.”
हैमिंग्स के अनुसार लोग अपनी पुरानी प्रेमिकाओं को यह संदेश देना चाहते हैं कि वो जीवन में आगे बढ़ गए हैं. हैमिंग्स कहती हैं “ जो लड़कियां ऐसा कर रही हैं वो मानसिक रूप से गंभीर हैं और जानती है कि वो क्या कर रही हैं. लेकिन जिन लोगों ने इस तरह की सेवाएं ली हैं मसला उनका है. वो असुरक्षित हैं. यह अगर सबको पता लग गया तो यह अपमानजनक साबित होगा.”
फेसबुक का रवैया
हाल ही में फ़ेसबुक ने अपने यहाँ मौजूद लाखों फ़र्जी प्रोफ़ाईलों पर कार्यवाही कार्रवाई करना शुरू किया हैं. फ़ेसबुक लोगों के प्यारे कुत्तों या भूतों या सोफ़ीया की किस्म के बेतुके फ़र्जी प्रोफ़ाईलों से परेशानी यह है कि वो इश्तेहारों पर क्लिक नहीं करते.
अगर फ़ेसबुक को सोफ़ीया की हकीकत का पता लगा तो वो उसे अपने सही नाम का इस्तेमाल करने या अपने प्रोफ़ाइल को डिलीट करने को कह सकते है. फ़ेसबुक के अनुसार उसे किसी के रिलेशनशिप स्टेटस से कोई लेना देना नहीं केवल पैसे का लेनदेन फ़ेसबुक पर ना हो और नाम फ़र्ज़ी ना हो.
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