यूपी, एमपी और गुजरात से गाडि़यां उठाने वाला गिरोह चढ़ा हत्थे
PRAYAGRAJ: इनका नेटवर्क फिलहाल तीन प्रांतों में फैला हुआ था. इनके निशाने पर होती थीं एसयूपी गाडि़यां. वह एक प्रांत से गाड़ी उठाते थे और उसका सौदा दूसरे प्रांत में जाकर करते थे. इस नेटवर्क का खुलासा शनिवार को शंकरगढ़ पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार करके चार गाडि़यां बरामद करने किया. एसएसपी ने इस गैंग की वर्किंग स्टाइल मीडिया से शेयर की.
एसएसपी ने किया खुलासा
पुलिस लाइंस सभागार में एसएसपी अतुल शर्मा ने बताया कि उप निरीक्षक शंकरगढ़ भुवनेश चौबे टीम के साथ रात में वाहनों की चेकिंग कर रहे थे. कपारी मोड़ के पास एनटीपीसी की ओर से कार सवाल लोग चले आ रहे थे. कार सवारों को पुलिस ने टार्च की रोशनी से रुकने का इशारा किया. इस पर उन लोगों ने अपने वाहन की रफ्तार बढ़ा दी. शक होने पर पुलिस पार्टी ने पीछा शुरू कर दिया और शिवराजपुर चौराहे के पास ओवरटेक करके उन्हें रोक लिया. मांगने पर गाड़ी का कागज वे नहीं दिखा सके. इसी दौरान पुलिस को गच्चा देकर धनराज उर्फ राज बहादुर निवासी गढ़वा थाना मऊ चित्रकूट भाग निकला. पुलिस ने रवींद्र कुमार सिंह निवासी पगुवार रानीगंज व राज बहादुर सिंह निवासी कपड़ौरा नारीबारी शंकरगढ़ को गिरफ्तार कर लिया.
12 सदस्य हैं गिरोह में शामिल
एसएसपी ने बताया कि इन लोगों ने गिरोह के 12 सदस्यों का नाम पुलिस को बताया है. इसमें से तीन यूपी के हैं. ये लोग एक प्रांत से गाड़ी चुराते थे और उसे दूसरे प्रांत में ले जाकर बेच देते थे. इससे गाडि़यों की ट्रैकिंग नहीं हो पाती थी. इनकी निशानदेही पर कुल चार गाडि़यां बरामद की जा चुकी हैं.