कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Ganesh Visarjan 2021 : गणेश चतुर्थी, 11 दिनों तक चलने वाला त्योहार पूरे देश में बड़े उत्साह और उत्साह के साथ मनाया जाता है। लोग गणपति बप्पा को घर लाते हैं और 10 दिनों तक उनकी पूजा करते हैं। उसके बाद एक विशाल उत्सव के साथ भगवान गणेश की मूर्ति को विसर्जित कर दिया जाता है। हालांकि पिछले दो सालों से कोरोना वायरस के कारण सार्वजनिक पंडालों और सामूहिक समारोहों के आयोजन पर रोक है लेकिन बप्पा के भक्तों का उत्साह कभी कम नहीं होता। इसलिए, उचित मंत्रों और पूजा विधि के साथ घर पर गणेश विसर्जन की योजना बनाएं। गणेश विसर्जन अनंत चतुर्दशी के दिन किया जाता है। ऐसे में इस साल अनंत चतुर्दशी 19 सितंबर को पड़ रही है।
घर पर कैसे करें गणेश जी का विसर्जन
गणेश विसर्जन करने के लिए, भगवान गणेश की प्रार्थना करने के साथ मंत्र और छंदों का पाठ करें। इसके अलावा उनके माथे पर रोली और चावल लगाएं। उसके बाद एक बर्तन में पानी भरकर उसमें गणेश जी की मूर्ति को विसर्जित कर दें। गणेश जी प्रतिमा की मिट्टी को पौधों में इस्तेमाल कर सकते हैं। हिंदू शास्त्रों के अनुसार गणपति पूजा में तुलसी वर्जित है इसलिए इस जल को तुलसी में न चढ़ाएं।
विसर्जन के दाैरान करें इस मंत्र का जाप
आवाहनं न जानामि न जानामि विसर्जनम्
पूजां चैव न जानामि क्षमस्व परमेश्वर
मंत्रहीनं क्रियाहीनं भक्तिहीनं जनार्दन
यत्पूजितं मया देव. परिपूर्ण तदस्तु मे
गणपति विसर्जन के पीछे की पौराणिक कथा
ऐसा माना जाता है कि महर्षि वेद व्यास जी ने लगातार 10 दिनों तक भगवान गणेश को महाभारत की कथा सुनाई थी। भगवान गणेश ने बिना रुके महाभारत की रचना की जिससे उनके शरीर का तापमान बढ़ गया। जब वेद व्यास जी ने भगवान गणेश को देखा तो उन्होंने उनके सामान्य शरीर के तापमान को पुनः प्राप्त करने यानी की शीतल करने के लिए उन्हें नदी में बैठा दिया। इसके बाद तब से इस दिन भगवान गणेश की मूर्ति का विसर्जन किया जाता है।