फ्रांस ने अपने यहां की 30,000 महिलाओं के ब्रेस्ट में लगाया गया इम्प्लान्ट हटाने के एवज में भारी रकम का भुगतान करने की पेशकश की है.
फ्रांस का यह डिसीजन इस आशंका के चलते आया है कि इम्प्लान्ट के तौर पर लगाए गए प्रोडक्ट फट सकते हैं और सस्ते, इंडस्ट्रियल कैटगिरी के सिलिकॉन का बाडी में रिसाव हो सकता है.
यूरोप और साउथ अमेरिका में रहने वाली हजारों महिलाओं ने फ्रांस में बने यही इम्प्लान्ट लगाए हैं लेकिन यहां अब तक इस बारे में कुछ नहीं कहा गया है. सिलिकॉन जेल इम्प्लान्ट अमेरिका में नहीं बेचे जाते हैं.
फ्रांस जैसे देश में आम तौर पर निजी मामला समझे जाने वाले इम्प्लान्ट को लेकर सुरक्षा संबंधी आशंका पिथले हफ्ते तेज हुई. जिन महिलाओं की फैमिलीज को भी उनके इम्प्लान्ट कराने संबंधी जानकारी नहीं थी, वह महिलाएं भी अपनी सेफ्टी को लेकर डरी हुईं पेरिस पहुंचीं.
फ्रेंच टीवी पर खराब हो चुके, रिसते इम्प्लान्ट और मैमोग्राम कराती महिलाओं को बार बार दिखाया गया.
देश में 1000 से अधिक इम्प्लान्ट के फटने के बाद स्वास्थ्य मंत्री जेवियर बेर्टैन्ड ने सिफारिश की कि देश की करीब 30,000 महिलाएं सरकारी खर्च पर अपने इम्प्लान्ट हटवा सकती हैं. उन्होंने कहा कि इम्प्लान्ट हटवाना प्रीकाश्नरी होगा, कम्पल्सरी नहीं. फ्रांसीसी हेल्थ आफीसिअल्स ने कहा कि महिलाओं में कैंसर के नौ मामलों का इम्प्लान्ट से कोई लेनादेना नहीं है.
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