नई दिल्ली (पीटीआई)। भारत के पूर्व तेज गेंदबाज अजीत आगरकर समझते हैं कि मौजूदा स्थिति में लार-प्रतिबंध एक '' सुरक्षित विकल्प '' है। लेकिन उनका मानना है कि मैच से पहले प्लेयर्स अगर कोरोना टेस्ट में निगेटिव आते हैं तो इस नियम में थोड़ी छूट मिलनी चाहिए। खेल में लार के महत्व को बताते हुए आगरकर ने कहा, 'गेंदबाजों के लिए लार उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी बल्लेबाज के लिए बल्ला।' अगरकर ने एक बातचीत के दौरान पीटीआई को बताया, 'मेरा एकमात्र तर्क यह है कि जो खिलाड़ी खेलेंगे, खेल शुरू होने से पहले अंततः उनका परीक्षण किया जाएगा। यदि उन्हें COVID-19 नकारात्मक पाया जाता है, तो मैं कम से कम इस बात पर विचार कर सकता हूं कि गेंद पर लार लगाना सुरक्षित होगा।"
बैन सही पर आएगी दिक्कत
42 साल के आगरकर कहते हैं, यह मेरी राय है और शायद चिकित्सा क्षेत्र से कोई हमें इस विषय पर एक व्यापक दृष्टिकोण दे सकता है। पूर्व के तेज गेंदबाज हालांकि जानते हैं कि मौजूदा परिस्थितियों में ICC की क्रिकेट और मेडिकल समिति के पास प्रतिबंध के लिए जाने का विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा, 'जाहिर है, उन्होंने एक सुरक्षित तरीका अपनाया है और मौजूदा स्थिति में यह समझ में आता है। लेकिन हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा कि इंग्लैंड की सीरीज चल रही है या नहीं। यह गेंदबाजों के लिए आसान नहीं होगा। लेकिन हमें इंतजार करना होगा।"
बल्लेबाजों का ही खेल न बन जाए क्रिकेट
आगरकर ने कहा, 'एक खेल जो पहले से ही बल्लेबाजों को फेवर करता है। वहां लार पर प्रतिबंध पेसर्स और सीमर्स के लिए बहुत बड़ी बाधा होगी।भारत के लिए 349 इंटरनेशनल विकेट लेने वाले आगरकर कहते हैं, 'अगर आप किसी भी गेंदबाज से पूछते हैं, तो हर कोई थोड़ा आशंकित होगा। हाल के दिनों में, हालांकि पिच गेंदबाजों के लिए काफी मददगार रही है, जो थोड़ा अधिक संतुलन बिठाता है, लेकिन कुल मिलाकर अगर आप देखें, तो इस समय बल्लेबाज विश्व क्रिकेट में हावी हैं।"
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