सॉफ्टवेयर जांचा जाएगा
भारत में जुलाई, 2012 में सियाम की ओर से स्वैच्छिक रिकॉल पॉलिसी लागू हुई थी। जिससे इसे अपनाने के बाद से ऑटोमोबाइल कंपनियां सुरक्षा कारणों से गाड़ियां वापस मंगाती हैं। ऐसे में अब अमेरिकी कार कंपनी फोर्ड भारत से अपने मॉडल्स की कारों को वापस मंगाने जा रही है। जिनमें हैचबैक फिगो और कॉम्पैक्ट सेडान फिगो एस्पायर की कारें शामिल है। कंपनी का कहना है कि कहना है कि एक सॉफ्टवेयर की गड़बड़ी होने से करीब 42,300 कारों को वापस मंगाना पड़ रहा है। इन गाड़ियों में यह पाया गया है कि टक्कर की स्थिति में एयरबैग के ठीक से काम नहीं करेगा। जिससे इन कारों को वापस मंगाकर इनके सॉफ्टवेयर को जांचा जाएगा। कंपनी 12 अप्रैल, 2016 तक बने वाहनों को वापस मंगाएगी।
डीलरशिपर पर भी जांच
वहीं कंपनी ने यह साफ कर दिया है कि इन कारों को डीलरशिपर पर भी जांचा जा रहा है कि जिससे जिन लोगों को डिलीवरी होनी है उन्हे भी कोई प्रॉब्लम नहीं आएगी। डीलर के यहां भी इन गाड़ियों में सॉफ्टवेयर को अपग्रेड किया जाएगा। गौरतलब है कि इससे पहले भी फोर्ड कंपनी अपनी गाड़ियों को बाजार से वापस मंगा चुकी है। सितंबर, 2013 में एक लाख 66 हजार फिगो और फिएस्टा क्लासिक कारें वापस मंगाई थीं। उस समय कंपनी की कारों में रियर ट्विस्ट बीम और पावर स्टीयरिंग की गड़बड़ी थी। इसके बाद नवंबर 2015 में भी 16,444 इकोस्पोर्ट एसयूवी को वापस मंगाया था। इसमें रियर ट्विस्ट बीम की खामी को कंपनी ने मुफ्त में ठीक करके उपभोक्ताओं को वापस दी थी।
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