हंसराज चौहान ने दायर की थी याचिका
आपको बताते चलें कि हरियाणा के सिरसा में रहने वाले हंसराज चौहान नाम के शख्स ने राम रहीम के खिलाफ याचिका दायर की थी. हंसराज ने अपनी अपील के दौरान राम रहीम पर जबरन नपुंसक बनाने के आरोप लगाये थे. हालांकि हंसराज ने अपनी मेडिकल रिपोर्ट की कॉपी भी कोर्ट में पेश की, जिसमें उनके नपुंसक साबित होने का प्रूफ है. वहीं इस शख्स ने यह भी बताया कि आश्रम में सैकड़ों साधुओं को बहकावे में लेकर जबरन नपुंसक बनाया जा रहा है.
लोगों को करते हैं गुमराह
याचिकाकर्ता हंसराज ने आरोप लगाया कि, इस पूरे मामले की स्वतंत्र जांच करानी चाहिये. हंसराज का कहना है कि, राम रहीम आश्रम में रहने वाले सभी साधुओं को अपनी लच्छेदार बातों से गुमराह करते रहते हैं. याचिका में कहा गया था कि डेरे में रहने वाले सभी साधुओं को ईश्वर का दर्शन करवाने के सपने दिखाये जाते हैं और कहा जाता है कि नपुंसक बनने वाले साधुओं को डेरामुखी गुरमीत राम रहीम सिंह ईश्वर से साक्षात्कार करवायेंगे. इसके चलते लालच में आकर ही डेरे में रहने वाले कई साधुओं ने ऑपरेशन करवा लिया.
बाबा का फैला है जाल
याचिकाकर्ता का कहना है कि इस घटना के बाद उनका जीवन नरक बन गया है. याचिका के मुताबिक, हंसराज चौहान 1990 से डेरा सच्चा सौदा से जुड़ा हुआ है. चौहान के मुताबिक, उन्हें 2000 में नपुंसक बनाया गया. इसके साथ ही उनका यह भी कहना था कि, वहां पर ऐसे कई साधु हैं जिनका ऑपरेशन किया गया लेकिन उन्हें डरा धमकाकर बाहर निकलने से मना किया जा रहा है. हालांकि यह भी बताया जा रहा है कि जिन लोगों का ऑपरेशन हुआ है, उन सभी के शरीर में हारमोनल बदलाव आ गये हैं. याचिका में विनोद कुमार नाम के साधु का हवाला देते हुए कहा गया कि विनोद ने इस घटना के बाद कुंठा में आकर सिरसा कोर्ट कॉम्प्लेक्स में खुदकुशी कर ली थी. इस बात की पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी हुई थी.
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