झांसी के कमिश्नर करेंगे मामले की जांच
खबरों की मानें तो लालू को बरी किए जाने से लेकर कम से कम सजा दिए जाने को लेकर यूपी की कई बड़ी हस्तियों ने भी सिफारिश की थी। उत्तर प्रदेश से जालौन के डीएम मन्नान अख्तर और एसडीएम भैरपाल सिंह का नाम सामने आया है। ऐसे में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ खुद हैरान हो गए है। उन्होंने इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। इस मामले की जांच की जिम्मेदारी झांसी मंडल के कमिश्नर अमित गुप्ता को सौंपी है।
जालौन कलक्टर कर रहे हैं फोन से इंकार
सजा सुनाने वाले जज शिवपाल सिंह भी जालौन के ही रहने वाले हैं। उनका कहना है कि उनके पास जालौन जिले के कलक्टर मन्नान अख्तर का फोन गया था। हालांकि जालौन के कलक्टर डा. मन्नान अख्तर का लालू यादव के पक्ष में सिफारिश करने से इंकार कर रहे हैं। उन्होंने कभी भी फोन पर जज शिवपाल सिंह के कोई बात नहीं की है। इतना ही नहीं इस मामले में जिस तारीख का जिक्र हो रहा है उस वक्त अवकाश पर अपने अपने गृह नगर में थे।सजा सुनाने वाले जज को भी न्याय की आस
जज शिवपाल सिंह उत्तर प्रदेश स्थित जालौन जिले के शेखपुर खुर्द गांव के रहने वाले हैं। खास बात तो यह है कि वह खुद पीड़ित हैं। जमीनी विवाद में न्याय के लिए उन्हें काफी मशक्त करनी पड़ी है। गांव में कुछ लोगों ने इनकी जमीन पर कब्जा करने के बाद भाई सुरेंद्र पाल सिंह के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करा दिया था। शिवपाल सिंह ने खुद जिला कलेक्टर से न्याय मांगा लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिला। अभी भी वह न्याय के इंतजार में हैं।
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