साल 2016 में इन 5 मामलों की वजह से अमेरिका में छाया रहा भारत...
मोदी का विनिंग स्लोगन:  

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चुनावी नारा अब की बार मोदी सरकार अमेरिका में भी गूंजा। अमेरिका में राष्ट्रपति के चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के लिए ‘अब की बार, ट्रंप सरकार’ छाया रहा। जिससे कि अमेरिकी भारतीय उनसे प्रभावित हो सकें।


साल 2016 में इन 5 मामलों की वजह से अमेरिका में छाया रहा भारत...

बिना वीजा के भारत आए:
इसी साल जनवरी के महीने में ऊबर के को-फाउंडर और चीफ एग्जिक्युटिव ट्रैविस कलानिक भारत आए। इस दौरान सबसे खास बात यह है कि स्टार्ट-अप इंडिया कार्यक्रम में शामिल होने के लिए वह बिना उपयुक्त वीजा के यहां पहुंच गए थे। यह मामला भी काफी चर्चा में रहा। फिल्म 'दंगल' में राष्ट्रगान ने लोगों को किया कन्फ्यूज, खड़ें हो या नहीं

साल 2016 में इन 5 मामलों की वजह से अमेरिका में छाया रहा भारत...

जाम में फंसे जॉन कैरी:
अगस्त महीने में आईआईटी दिल्ली आए यूएस सेक्रेटरी ऑफ स्टेट जॉन कैरी दिल्ली के जाम में फंस गए थे। इस पर उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए पूछा था कि वह तो जाम में फंस गए थे क्या आप लोग यहां नावों से आए हैं? यह मामला भी छाया रहा। पढ़ें इसे भी : इन अनोखे अविष्कारों से आप होंगे अनजान


साल 2016 में इन 5 मामलों की वजह से अमेरिका में छाया रहा भारत...

संस्कृत संयुक्त राष्ट्र का चार्टर:
इसी साल संयुक्त राष्ट्र के चार्टर का संस्कृत में अनुवाद किया गया। संयुक्त राष्ट्र की सभी 6 आधिकारिक भाषाओं में उपलब्ध है। संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय संगठन सम्मेलन के खत्म होने के साथ 26 जून, 1945 को संयुक्त राष्ट्र चार्टर पर हस्ताक्षर किए गए थे। हनुमान जी की गदा से लेकर स्विस बैंक के स्टेटमेंट तक सोशल मीडिया पर वायरल होती रही हैं ये फेक तस्वीरें


साल 2016 में इन 5 मामलों की वजह से अमेरिका में छाया रहा भारत...

अमेरिकी संसद में डंका:

जून के महीने में अमेरिकी संसद में पीएम मोदी ने डंका बजाया। यहां पर मोदी ने विज्ञान और तकनीक, रक्षा सौदा, योग व  आतंकवाद जैसे मु्द्दो पर अपनी बात रखी थी। अमेरिकी कांग्रेस यानी संसद की संयुक्त बैठक को संबोधित करने वाले पीएम मोदी देश के पांचवें प्रधानमंत्री हैं।

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