तेलंगाना और आंध्रप्रदेश में कई किराना दुकानों पर प्लास्टिक चावल बिकने की खबर सोशल मीडिया पर जंगल की आग की तरह फैल गई है। कई जगह तो ग्राहकों ने प्लास्टिक चावल बेचने के शक में दुकानदार को भी पीटकर पुलिस के हवाले कर दिया है। ताजा खबरें उत्तराखंड से आ रही हैं, जहां बाजार में प्लास्टिक चावल बिकने की जानकारी से लोगों में डर पैदा हो गया है। अगर ऐसा ही प्लास्टिक चावल आपके सामने आए तो आप उसे कैसे पहचानेंगे? जानिए ये 5 आसान तरीके जो कर देंगे दूध का दूध और पानी का पानी।
1: वॉटर टेस्ट- एक बड़ा चम्मच चावल लेकर एक गिलास पानी में डालें और कुछ देर तक हाथ से चलातें रहें। अगर कुछ मिनट के बाद चावल पानी के ऊपर उतराने लगे तो जान लीजिए कि वो चावल सौ परसेंट नकली है। यानि प्लास्टिक से बना है, क्योंकि असली चावल कभी पानी पर नही तैरता बल्कि उसमें डूब जाता है।
2: गर्म तेल में टेस्ट- किसी कढ़ाई में तेल को खूब गर्म करें, फिर उसमें आधी मुट्ठी चावल डालें अगर वो प्लास्टिक से बना होगा तो वो पिघलकर आपस में चिपक जाएगा और बर्तन की तली पर चिपक सा जाएगा।
3: फायर टेस्ट- एक मुट्ठी चावल लेकर उसे किसी कागज पर रखकर जलाएं। अगर जलने पर चावल से प्लास्टिक जलने जैसी महक आए तो जान लें कि वो चावल खाने लायक नहीं है।
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4: उबालने का टेस्ट- एक दो मुट्ठी चावल को किसी बड़े बर्तन में उबालें। अगर वो चावल नकली है, तो पानी की ऊपरी सतह पर एक मोटी परत सी जमने लगेगी, जो कि प्लास्टिक मटीरियल की होगी।
5: फफूंद टेस्ट: चावल को उबालने के बाद भी आपको अगर उसके असली होने पर शक हो, तो उसे एक बॉटल् में बंद करके 3 दिन के लिए रख दें। अगर इस दौरान चावल पर फफूंद लगने लगे तो वो असली है वर्ना वो प्लास्टिक से बना है, क्योंकि प्लास्टिक पर फफूंद नहीं लगती।
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