पटना (एएनआई / पीटीआई)। बिहार विधानसभा का सत्र 23 नवंबर से शुरू होने वाला है। मंगलवार को अपनी पहली बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता वाली नई कैबिनेट ने 23 नवंबर से द्विसदनीय बिहार विधायिका के पांच दिवसीय सत्र के लिए अपनी मंजूरी दे दी। भाजपा के मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि राज्य मंत्रिमंडल ने 23 नवंबर से 27 नवंबर तक 17 वीं विधानसभा और विधान परिषद के 196 वें सत्र के पहले सत्र को बुलाने के संसदीय कार्य विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी उप मुख्यमंत्री बनाए गए
वहीं पोर्टफोलियो के वितरण में देरी के बारे में पूछे जाने पर, उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है। कैबिनेट ने मुख्यमंत्री को दोनों सदनों के संयुक्त बैठक के दौरान राज्यपाल के भाषण के मसौदे को मंजूरी देने के लिए भी अधिकृत किया। सत्र के दौरान नव-गठित 17 विधानसभा के सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी। सत्र के दौरान विधानसभा का अध्यक्ष भी चुना जाएगा। बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में चौदह मंत्री हैं। सात भाजपा से पांच जदयू से और एक-एक एचएएम और वीआईपी से है। भाजपा के तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी उप मुख्यमंत्री बनाए गए हैं।
एनडीए में 125 सीटों के साथ बहुमत हासिल किया
सोमवार को नीतीश कुमार ने लगातार चौथे कार्यकाल के लिए बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। भाजपा नेताओं तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी ने बिहार के उप मुख्यमंत्रियों के रूप में शपथ ली। एनडीए ने 243 सीटों वाली मजबूत बिहार विधान सभा में 125 सीटों के साथ बहुमत हासिल किया है, जिसमें से बीजेपी ने 74 सीटों पर, जदयू ने 43 सीटों पर जबकि आठ सीटों पर दो अन्य एनडीए घटक जीते थे। दूसरी ओर, राजद 75 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी, जबकि कांग्रेस ने केवल 70 सीटों में से 19 सीटें जीती है।
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