लाहौर (पीटीआई)। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में रविवार को तीन मंदिरों में तोड़फोड़ की गई। ईश निंदा के आरोप में एक हिंदू स्कूल के प्रिंसिपल के खिलाफ एफआइआर दर्ज किए जाने के बाद यह हंगामा हुआ है। मंदिरों के अलावा स्कूल और अल्पसंख्यक हिंदुओं की अन्य संपत्तियों में भी तोड़फोड की गई है। उपद्रवियों में सिंध प्रांत में हिंदू लड़कियों का जबरन धर्मातरण कराने वाले मौलवी पीर अब्दुल हक उर्फ मियां मिठू के समर्थक भी शामिल थे। घोटकी जिले के सिंध पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल के खिलाफ एक छात्र के पिता अब्दुल अजीज राजपूत ने ईश निंदा का मामला दर्ज कराया है।
आरोपित को लिया गया हिरासत में
अब्दुल अजीज ने दावा किया कि प्रिंसिपल ने उसके सामने पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ अभद्र शब्दों का प्रयोग किया। एफआइआर दर्ज होते ही भीड़ हिंसा पर उतर गई। हाथों में डंडा लिए प्रदर्शनकारी एक हिंदू मंदिर और सिंध पब्लिक स्कूल में तोड़फोड़ की। प्रदर्शनकारियों ने प्रिंसिपल को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की। लेकिन प्रिंसिपल के नहीं मिलने पर उपद्रवी और बेकाबू हो गए। मीरपुर मथेलो और अदिलपुर समेत घोटकी के आस-पास के इलाकों में भी उपद्रव हुआ। बाद में अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि आरोपित को हिरासत में ले लिया गया है।
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दंगाइयों के खिलाफ केस दर्ज करे पुलिस
एआइजीपी ने बताया कि आरोपित नोतन मल को सुरक्षा के लिहाज से हिरासत में लिया गया है। उन्होंने यह भी दावा कि घोटकी में हालात को तुरंत काबू कर लिया गया। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के नेता रमेश कुमार वंकवानी ने कहा कि मामले की जांच हैदराबाद के डिप्टी इंस्पेक्टर को सौंप दी गई है। वंकवानी पाकिस्तान हिंदू परिषद के अध्यक्ष भी हैं।वंकवानी ने भी कहा कि प्रदर्शनकारियों ने तीन मंदिरों, स्कूल और हिंदुओं के घरों को निशाना बनाया और तोड़फोड़ की। उन्होंने पुलिस से दंगाइयों के खिलाफ केस दर्ज करने का अनुरोध भी किया।
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