भोपाल (एएनआई)। मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। उनके खिलाफ रविवार को कोरोना वायरस महामारी पर उनकी टिप्पणी से कथित तौर पर दहशत पैदा होने के आरोप में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। पूर्व सीएम के बयान सोमवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चाैहान ने भी कहा कि कांग्रेस आग लगाने की तैयारी में लगी है। कमलनाथ जी, जवाब देना पड़ेगा। आप मौत का उत्सव मना रहे हो? कैसे भी अराजकता का तांडव हो जाए इस प्रयास में आप और आपकी पार्टी लगी है। मैं सोनिया गांधी से पूछना चाहता हूं कि क्या वे कमलनाथ के आग लगाने वाले बयान से सहमत हैं?
इन धाराओं के तहत केस दर्ज
बता दें कि भाजपा नेताओं के एक प्रतिनिधि समिति द्वारा रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए एक आवेदन प्रस्तुत करने के बाद शिकायत दर्ज की गई है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर आईपीसी की धारा 188 (एक लोक सेवक द्वारा विधिवत आदेश की अवज्ञा) और धारा 54 (आपदा या इसकी गंभीरता या परिमाण के बारे में एक फाल्स अलार्म या चेतावनी बनाना या प्रसारित करना, जिससे घबराहट होती है) के तहत केस दर्ज है। एफआईआर क्राइम ब्रांच थाना भोपाल में दर्ज की गई है।
वायरस का भारतीय स्वरूप
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि कमलनाथ ने शनिवार को उज्जैन में अपनी प्रेस कांफ्रेंस में कहा था, दुनिया में फैले कोरोना को वायरस का भारतीय स्वरूप कहा जा रहा है। यह भी कहा गया है कि संकट की इस घड़ी में कमलनाथ का बयान भ्रम पैदा कर रहा है और देश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदनाम कर रहा है। इतना ही नहीं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कोविड-19 को रोकने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के दिशानिर्देशों की अवहेलना की है और उनका कार्य IPC के अनुसार देशद्रोह है।
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