ऑनलाइन क्लासीफाइड मार्केटिंग प्लेस
ओएलएक्स,अमेजन और क्विकर जैसी दूसरी कई ऑनलाइन साइट्स बतौर क्लासीफाइड मार्केट प्लेस काम करती हैं। इनके जरिए इलेक्ट्रॉनिक से लेकर अन्य जरूरी उत्पादों को खरीदा और बेचा जाता है। रही है। इसी को देख कर किसानों ने अपने मवेशियों को ऑनलाइन बेचने का इरादा किया है। हरियाण से मिल रही सूचनाओं के अनुसार कई किसानों ने इन साइट्स पर अपने पशुधन की बिक्री शुरू कर दी है। हरियाणा के अलावा पंजाब और कई दूसरे राज्यों में भी ये चलन देखने को मिल रहा है।
कृषि विभाग भी बनाया सॉफ्टवेयर
इस ट्रेंड को देखते हुए कृषि विभाग ने भी एक सॉफ्टवेयर तैयार किया है। कृषि विभाग ने करीब 22 विभिन्न सॉफ्टवेयर तैयार किए हैं। जिसमें से दो पशुधन विभाग से संबंधित है। इसमें लाइव स्टॉक सेंसस व बायर सेलर मीट के जरिए घर बैठे किसी भी राज्य के सभी प्रकार के पशुधन (मवेशियों) की संख्या के अलावा किस्मों की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। साथ ही इसके जरिए मवेशियों की बिक्री भी की जा सकती है। ऐसा माना जा रहा है की इस ऑनलाइन बिक्री से लोगों को दलाली से मुक्ति मिलेगी। इसके अलावा लोगों को मनचाहे नस्ल के पशुधन खरीदने का बड़ा बाजार भी मिलेगा।
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