20 फरवरी: फाल्गुन मास, कृष्ण पक्षारंभ। फाल्गुन मासीय व्रत यम नियमादि प्रारंभ।

22 फरवरी: संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत।

26 फरवरी: कालाष्टमी। सीताष्टमी।

निर्झरिणी

हमें यह प्रार्थना नहीं करनी चाहिए कि हमारे ऊपर कभी खतरे न आएं, बल्कि यह प्रार्थना करनी चाहिए कि हम उनका निडरता से सामना कर सकें।

—रवींद्रनाथ टैगोर

यथार्थ गीता

सर्गाणामादिरन्तश्च मध्यं चैवाहमर्जुन।

अध्यात्मविद्या विद्यानां वाद: प्रवदतामहम्।

हे अर्जुन, सृष्टियों का आदि, अंत और मध्य मैं ही हूं। विद्याओं में अध्यात्मविद्या मैं हूं। जो आत्मा का आधिपत्य दिला दे, वह विद्या मैं हूं। संसार में अधिकांश प्राणी माया के आधिपत्य में हैं। राग, द्वेष, काल, कर्म, स्वभाव और गुणों से प्रेरित हैं। इनके आधिपत्य से निकालकर आत्मा के आधिपत्य में ले जाने वाली विद्या मैं हूं, जिसे अध्यात्म विद्या कहते हैं। परस्पर होनेवाले विवादों में, ब्रह्मचर्चा में जो निर्णायक है, ऐसी वात्र्ता मैं हूं। शेष निर्णय तो अनिर्णीत होते हैं।

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